रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू तीन महीने से अपने मोबाइल फोन से दूर हैं। उनके कोच पुलेला गोपीचंद ने यह खुलासा किया है। फाइनल मुकाबले के बाद गोपीचंद ने बताया, ”सिंधू के पास पिछले तीन महीने से मोबाइल फोन नहीं है। पहली काम में उसे फोन लौटाऊंगा। यहां आने के बाद 12-13 दिन से मैंने उसे मीठे दही से दूर रखा और यह उसे बहुत पसंद है। मैंने उसे आइसक्रीम खाने से रोक दिया था। अब वह जो चाहे खा सकती है।” फाइनल मुकाबले में सिंधू को स्पेन की कैरालिना मारिन ने 19-21,21-12, 21-15 से मात देकर स्वर्ण पदक जीता था।
सिंधू की कामयाबी से खुश गोपीचंद ने बताया, ”पिछला सप्ताह उसके लिए शानदार रहा। पिछले दो महीने में उसने जो मेहनत की वह जबरदस्त थी। बिना शिकायत किए उसने जिस तरह का त्याग किया वह जबरदस्त है। वह इस पल को जीने की हकदार है और इसलिए मैं चाहता हूं कि वह ऐसा करे। मैं बहुत बहुत खुश हूं।” सिंधू अभी केवल 21 साल की है और उनसे उम्मीद की जा सकती है आने वाले समय में वह नई बुलंदियों को छुएंगी। गोपी ने कहा कि सिंधू को सिल्वर मैडल जीतने की खुशी मनानी चाहिए न कि सोना न जीत पाने का मलाल रखना चाहिए।
Rio Olympic 2016: मेडल भले ही मिला सिल्वर लेकिन पीवी सिंधू की यह जीत है गोल्डन

गोपी हालांकि कहते हैं कि उन्हें खुशी होती अगर स्टेडियम में भारत का राष्ट्रगान बजता। उन्होंने कहा, ‘मेरी इच्छा थी कि हमारा तिरंगा थोड़ा और ऊंचा जाता और राष्ट्रगान बजाया जाता। लेकिन बावजूद इसके सिंधू ने जो किया इसके लिए उसे सलाम है। उसने हम सबको गर्व कराया है। हमारी तरफ से हम खुश हैं और मैं चाहता हूं कि वह पोडियम पर जाने के पल का आनंद लें। मैंने उसे कहा कि वह इस बात को भूल जाए कि वह हारी है। याद रखो कि हमने पदक जीता है।”
