Raakhi Jagga

बच्चों को नशे की लत से दूर रखने और उनमें सकारात्मक उर्जा बढ़ाने के लिए पंजाब पुलिस इन दिनों सिर्फ सख्ती का ही नहीं बल्कि खेल का सहारा ले रही है। मुक्तसर जिले के एसएसपी मंजीत सिंह ने 7 पुलिसवालों की एक टीम बनाई है जो खेल कोच के रूप में काम करते हैं और बच्चों को इस बुरी लत से दूर रखने के लिए गांवों में जाकर उन्हें खेल की बारीकियां सिखाते हैं। इसी टीम का हिस्सा हैं सीनियर कांस्टेबल सतिंदर सिंह जो बताते हैं कि पिछले साल जुलाई माह में उन्हें एसएसपी ने बुलाया और कहा कि जिले के दूर-दराज गांवों में जाकर बच्चों को बॉलीवॉल खेलने के लिए प्रेरित करें और उन्हें सिखाएं।

सतिंदर नेशनल लेवल के बॉलीवॉल खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने 9 साल पहले स्पोर्ट्स कोटा के जरिए पुलिस की सर्विस ज्वाइन की थी। उनके लिए लंबे समय बाद फिर से खेल के मैदान पर उतरने का फैसला करना खुशी और दिक्कत वाला दोनों था, लेकिन आज सतिंदर दो गांवों के करीब 100 बच्चों को क्रिकेट, बॉलीवॉल और फुटबॉल के लिए ट्रेंड करते हैं। पुलिसकर्मी 10-18 साल के बच्चों को ये कोचिंग देते हैं। ये प्रोग्राम पिछले साल ही लांच किया गया था जिसके तहत अब करीब 700 बच्चे 7 पुलिसकर्मियों द्वारा ट्रेंड किए जाते हैं।

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खास बात है कि इस कोचिंग का असर भी दिखने लगा है और करीब 10 बच्चे अब राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं और कई ने राज्य स्तर पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। इस बाबत एसएसपी का कहना है कि इन पुलिसवालों को केवल इमेरजेंसी में ही ड्यूटी पर बुलाया जाता है नहीं तो ये मैदान पर ही अपना समय देते हैं। इससे बच्चों के अभिभावक भी खुश हैं कि उनका बेटा अब गलत दिशा में नहीं जाएगा। बता दें कि नशे की लत पंजाब में एक बड़ी समस्या है।