भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार 11 अगस्त 2024 को आईओए (IOA) मेडिकल टीम, विशेष रूप से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला की आलोचना के जवाब में विनेश फोगाट पर अंगुली उठाई। उन्होंने कहा कि कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में अपने वजन को नियंत्रित रखना एथलीट की जिम्मेदारी होती है।

विनेश फोगाट ने 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण पेरिस ओलंपिक में महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दी गईं थीं। इसके बाद उन्होंने खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में संयुक्त रजत पदक देने के लिए अपील की है। खेल पंचाट न्यायालय के फैसले से पहले पीटी उषा की यह टिप्पणी आई है।

पेरिस में हुई इस घटना से 29 साल की पहलवान विनेश फोगाट बहुत दुखी हुईं। उन्होंने एक दिन बाद ही संन्यास की घोषणा कर दी थी। भारत में भी इस घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। संसद में कुछ लोगों ने डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया, जबकि पूर्व आईओए प्रमुख नरेंदर बत्रा ने आरोप लगाया कि विनेश फोगाट की डाइट का उनके अयोग्य ठहराए जाने से कुछ लेना-देना हो सकता है।

एथलीट और कोच की है वेट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी: पीटी उषा

पीटी उषा ने एक बयान में कहा, ‘कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में खिलाड़ियों के वजन के प्रबंधन की जिम्मेदारी संबंधित एथलीट और उसके कोच की है, न कि आईओए की ओर से नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की। आईओए की चिकित्सा टीम, खासकर डॉ. पारदीवाला के प्रति घृणा अस्वीकार्य और निंदा के योग्य है।’

अधिकतर एथलीट के पास खुद का सपोर्ट स्टाफ: पीटी उषा

पीटी उषा ने स्पष्ट किया अधिकांश एथलीट्स के पास अपना खुद का सपोर्ट स्टाफ होता है। आईओए की ओर से नियुक्त मेडिकल टीम, जिसका गठन पेरिस ओलंपिक खेलों से कुछ महीने पहले ही किया गया था, केवल खिलाड़ियों को चोटों से उबरने और उनका प्रबंधन करने में मदद करने के लिए बनाई गई थी।

रिकवरी और चोट प्रबंधन के लिए है IOA की टीम

पीटी उषा ने कहा, ‘पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में हर भारतीय एथलीट के पास अपनी खुद की सपोर्ट टीम थी। ये सपोर्ट टीमें कई वर्षों से एथलीट्स के साथ काम कर रही हैं। आईओए ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम का गठन किया था।। यह मेडिकल टीम प्रतियोगिता के दौरान और उसके बाद एथलीट की रिकवरी और चोट प्रबंधन में मदद करने के लिए बनी।’

पीटी उषा ने बताया, ‘इस टीम को उन एथलीट्स की मदद के लिए भी गठित किया गया था, जिनके पास डाइटिशियन और फिजियोथेरेपिस्ट की अपनी टीम नहीं थी।’ सीएएस (CAS) 13 अगस्त को विनेश फोगाट की याचिका पर अपना अंतिम फैसला सुनाएगा।