रविवार (21 अगस्त) को रियो ओलंपिक 2016 का आखिरी दिन है। ओलंपिक में शामिल देश, अवाम और खिलाड़ी अपने देशों को हासिल या फिसले पदकों को लेकर कभी खुशी कभी गम की हालत में है। लेकिन रियो ओलंपिक में एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिन्होंने सिल्वर मेडल जीतने के बाद उसे दूसरे का गम करने के लिए नीलाम करने का फैसला किया। पोलैंड के पियोत्र मैलाचॉवस्की ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर जीता है। उनका मेडल बेचने से जो पैसा मिलेगा उसका इस्तेमाल रेयर कैंसर से पीड़ित एक पोलिश बच्चे के इलाज के लिए किया जाएगा।

पदक जीतने के बाद शुक्रवार को पियोत्र ने अपने फेसबुक पर लिखा, “रियो में मैंने गोल्ड के लिए संघर्ष किया। आज मैं लोगों से अपील करूंगा कि आइए हम सब मिलकर एक ज्यादा मूल्यवान चीज के लिए संघर्ष करें। इस शानदार बच्चे के स्वास्थ्य के लिए।” समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार थिस्कस थ्रो के मौजूदा विश्व विजेता पियोत्र ने घोषणा की है कि ओलंपिक सिल्वर मेडल बेचने से जो भी पैसा मिलेगा उसे 3 वर्षीय पोलिश बच्चे ओलेक जिमांस्की के इलाज पर खर्च किया जाएगा। ओलेक पिछले दो साल से रेटिनोब्लास्टोमा नामक आंख के रेयर कैंसर से पीड़ित है।

पियोत्र ने कहा, “पोलैंड में ओलेक की आंखों को बचाना संभव नहीं है। ये केवल न्यूयॉर्क में संभव है।” ओलेक के इलाज में लगने वाले खर्च की एक-तिहाई राशि एक पोलिश संस्था सीपोमागा ने पहले ही जुटा ली है। बच्चे का न्यूयॉर्क के डेविड अब्रामसंस क्लिनिक में इलाज होना है। इलाज में करीब 85 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। शुक्रवार शाम तक पियोत्र के मेडल लिए अधिकतम करीब चार लाख रुपये की बोली लगी थी। पदक की नीलामी 26 अगस्त को समाप्त होगी। पियोत्र ने लोगों से नीलामी में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं हर किसी से नीलामी में शामिल होने की अपील करता हूं। अगर आप मेरी मदद करेंगे तो मेरा सिल्वर मेडल ओलेक के लिए गोल्ड से ज्यादा कीमती साबित होगा।”