Pele, The Football’s God: फुटबॉल के जादूगर पेले के निधन (Pele Dies) के साथ मानों एक युग का अंत हो गया। पेले (Pele) ने बृहस्पतिवार (29 दिसंबर 2022) को आखिरी सांस ली। पेले पिछले महीने से कई बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती थे। फुटबॉल (Football) के महानतम खिलाड़ियों में शुमार पेले (Pele) पहले सांतोस क्लब और फिर ब्राजील (Brazil) की राष्ट्रीय टीम (National Team) के लिए अपने खेल से विश्व फुटबॉल पर अपनी अमिट छाप छोड़ गए।

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पेले की कलात्मकता, हुनर और पैरों की जादूगरी के विरोधी भी मुरीद थे। पेले के खेल में ब्राजील (Brazil) की सांबा (Samba) शैली झलकती थी। ब्राजील को फुटबॉल (Football) की महाशक्ति (Super Power) बनाने वाले पेले के करियर की शुरुआत साओ पाउलो (Sao Paulo) की सड़कों पर हुई। पेले साओ पाउलो की सड़कों पर अखबारों के गट्ठर या रद्दी के ढेर का गोला बनाकर फुटबॉल खेला करते थे।

1967 में पेले (Pele) लागोस में नुमाइशी मैच खेल पाएं इसलिए हुआ युद्धविराम (Ceasefire)

पेले की ख्याति ऐसी थी कि 1967 में नाइजीरिया (Nigeria) में गृहयुद्ध के दौरान कुछ समय युद्धविराम कर दिया गया ताकि पेले लागोस में नुमाइशी मैच खेल सकें। 23 अक्टूबर 1940 में जन्में पेले ने फुटबॉल किट (Football Kit) खरीदने के लिए जूते भी पॉलिश किए। पेले 11 साल की उम्र में सांतोस की युवा टीम का हिस्सा बने और जल्दी ही सीनियर टीम के लिए चुन लिए गए।

पेले ने ब्राजील के लिए 114 मैचों में 95 गोल किए। जब यूरोपीय क्लबों में उन्हें खरीदने की होड़ मची थी तो ब्राजील सरकार को इसे रोकने के लिए दखल देना पड़ा और उन्हें राष्ट्रीय संपदा (National Capital) घोषित किया था। ब्राजील की पीली 10 नंबर की जर्सी में पेले की छवि फुटबॉल के चाहने वालों की यादों में हमेशा चस्पा रहेगी।

Pele: 17 साल की उम्र में ही मनवाया था अपनी प्रतिभा का लोहा

पेले (Pele) ने लीग मैचों में करीब 650 और सीनियर मैचों में 1281 गोल किए। ‘द किंग’ (The King) कहे जाने वाले पेले ने सबसे पहले 1958 में स्वीडन में 17 साल की उम्र में विश्व कप (World Cup) में अपना लोहा मनवाया। वह उस टूर्नामेंट के सबसे युवा खिलाड़ी थे। फाइनल में मेजबान के खिलाफ 5-2 से मिली जीत में दो गोल करने वाले पेले को उनके साथी खिलाड़ियों ने कंधे पर उठा लिया था।

फिर चार साल बाद चोट के कारण वह दो ही मैच खेल पाए, लेकिन ब्राजील ने खिताब बरकरार रखा। मैक्सिको में 1970 में हुए विश्व कप में इटली पर मिली जीत में पेले ने फाइनल में एक गोल किया और कार्लोस अलबर्टो के गोल के सूत्रधार रहे।