पेरिस ओलंपिक 2024 में उम्मीद की जा रही है कि भारत के मेडल की संख्या दहाई कां आंकड़ा पार कर जाएगी। इसके लिए अहम है की भारतीय निशानेबाज अच्छी शुरुआत दिलाएं। भारत ने अभी तक निशानेबाजी में कुल चार ओलंपिक पदक जीते हैं। बीते दो ओलंपिक से खाली हाथ लौट रहे हैं, ऐसे में उनके ऊपर चोकर्स का टैग लग चुका है। पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजों पर इस तमगे को हटाने की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही फैंस उम्मीद करेंगे की वह 12 साल का इंतजार खत्म करें।
भारत की ओर से इस बार 21 निशानेबाजों का दल पेरिस जा रहा है। यह ओलंपिक में अब तक का भारत का सबसे बड़ा शूटिंग दल है। ओलंपिक में शूटिंग के 15 इवेंट होंगे और भारत हर इवेंट में हिस्सा लेता। मनु भाकर, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, अंजुम मौदगिल और इलावेनिल वलारिवान को छोड़कर अन्य सभी निशानेबाज डेब्यू करने वाले हैं. टोक्यो ओलंपिक के बाद एनआएआई ने सेलेक्शन पॉलिसी में बदलाव किया है और इसी कारण वह इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
मनु के लिए निराशा पीछे छोड़ने का मौका
22 साल की मनु भाकर के लिए पिछला ओलंपिक निराशाजनक रहा था। हालांकि ट्रॉयल्स में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने इस बार भी तीन इवेंट्स में हिस्सा लेंगी। भारत को सबसे बड़ी चुनौती चीन से मिलेगी। एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली सिफ्त कौर सामरा पर भी सबकी नजर होंगी।
अंजुम मौद्गिल का अनुभव आएगा काम
दिग्गज खिलाड़ी अंजुम मौद्गिल सामना के साथ खेलेंगी बीस साल रिदम सांगवान 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम दो स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगी। एशियन गेम्स में मेडल जीतकर सुर्खियों में आने वाली ईशा सिंह के लिए पहले ओलंपिक को यादगार बनाने का मौका है। पुरुष निशानेबाजों में से केवल तोमर ही पहले ओलंपिक का हिस्सा रह चुके हैं। तोमर का साथ देने के लिए उनके साथ स्वपनिल कोशले होंगे।
संदीप सिंह के सेलेक्शन पर हुआ था बवाल
ट्रायल्स जीतकर टीम में जगह बनाने वाले संदीप सिंह को बहुत ज्यादा अनुभव नहीं है। यही कारण है कि रुद्रांक्ष पाटिल ने उनके सेलेक्शन पर कोर्ट में याचिक दायर की थी। इन सबका सामना करने वाले संदीप के लिए खुद को साबित करना चुनौती होगी। उनके अलावा अनीश भानवाल, सरबजोत सिंह, अर्जुम बबूता, अर्जुन सिंह चीमा और विजयवीर सिंह भी डेब्यू करेंगे।
श्रेयसी सिंह की वापसी
शॉटगन इवेंट की बात करें तो अर्जुन अवॉर्डी श्रेयसी सिंह की वापसी हुई है। राजनीति में कदम रख चुकी श्रेयसी ने ट्रायल्स में खुद को साबित किया और अब उनपर ओलंपिक में खुद को साबित करने की चुनौती है। वहीं अनुभवी राजेश्वरी कुमारी एशियन गेम्स में मेडल जीतने के बाद बढ़े हुए आत्मविश्वाल के साथ उतरेंगी।
राइफल
पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल: संदीप सिंह, अर्जुन बाबूता
महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल: इलावेनिल वलारिवन, रमिता जिंदल
महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: सिफ्त कौर समरा, अंजुम मौदगिल
पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, स्वप्निल कुसाले
10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम: संदीप सिंह/एलावेनिल वलारिवन, अर्जुन बाबूता/रमिता जिंदल
पिस्टल शूटिंग
पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल: सरबजोत सिंह, अर्जुन चीमा
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल: मनु भाकर, रिदम सांगवान
पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल: अनीश भानवाला, विजयवीर सिद्धू
महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल: मनु भाकर, ईशा सिंह
10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम: सरबजोत सिंह/मनु भाकर, अर्जुन सिंह चीमा/रिदम सांगवान
शॉटगन
पुरुष ट्रैप: पृथ्वीराज टोंडिमन
महिला ट्रैप: राजेश्वरी कुमारी, श्रेयसी सिंह
पुरुष स्कीट: अनंतजीत सिंह नरूका
महिला स्कीट: माहेश्वरी चौहान, रायज़ा ढिल्लों
स्कीट मिक्सड टीम: अनंतजीत सिंह नरुका/माहेश्वरी चौहान
