विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा ले रही भारतीय टीम को रविवार को तब करारा झटका लगा जब ओलंपिक पदक विजेता अमन सहरावत को अधिक वजन पाए जाने के बाद जगरेब में चल रही प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। पिछले वर्ष पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले अमन का वजन पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा स्पर्धा से पहले वजन के दौरान 1.7 किग्रा अधिक पाया गया।

2023 में जारी यूडब्ल्यूडब्ल्यू नियमों के अनुसार, विश्व कप, यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए दो किग्रा तक अधिक वजन तक की मंजूरी है। हालांकि, विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे टूर्नामेंटों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।

बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट को उनके स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में अधिक वजन होने के कारण प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। तब विनेश फोगाट का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था। इस दिल तोड़ देने वाली खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया था। विनेश फोगट के पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद, किसी स्टार भारतीय खिलाड़ी (अमन सहरावत) के ज्यादा वजन का यह पहला मामला है।

भारतीय दल के एक सूत्र ने जगरेब से पीटीआई को बताया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण और आश्चर्यजनक है कि अमन अपना वजन नियंत्रित नहीं रख सका। जब वह वजन मापने के लिए खड़ा हुआ तो उसका वजन 1700 ग्राम ज्यादा था। यह स्वीकार्य नहीं है। उसका वजन इतना ज्यादा कैसे हो गया, यह हमारी समझ से परे है।’

25 अगस्त से जगरेब में हैं मौजूद

अमन अन्य भारतीय पहलवानों के साथ अनुकूलन शिविर में हिस्सा लेने के लिए 25 अगस्त को क्रोएशिया के जगरेब पहुंचे थे और उनके पास वजन कम करने के लिए पर्याप्त समय था। प्रसिद्ध छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेने वाले 22 वर्षीय अमन भारतीयों में पदक के प्रबल दावेदारों में से एक थे।

पेरिस में एक रात में कम कर लिया था 4.5 किलोग्राम वजन

पेरिस ओलंपिक में अमन सेहरावत के लिए भी पदक की राह आसान नहीं थी। विनेश फोगाट की ही तरह अमन पर भी डिस्क्वालिफाई होने का खतरा मंडरा रहा था। दरअसल, अमन ने पेरिस ओलंपिक में 3 मुकाबले के बाद जब अपना वजन नापा तो उन्हें पता चला कि उनका वजन अपने भार वर्ग के तय मानक से 4.5 किलो ज्यादा है। अमन के पास पर वजन कम करने के लिए केवल रात का ही समय था।

विनेश फोगाट की तरह अमन सेहरावत को भी यही डर सता रहा था कि कहीं उनके हाथ से भी ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलने का मौका न निकल जाए। इसके बाद अमन और उनकी टीम ने जमकर मेहनत की और सुबह चार बजे तक भारतीय पहलवान का वजन तय मानक (4.5 किलो वनज कम हो गया) तक आ गया।

एक महीने में दूसरी घटना

एक महीने से भी कम समय में विश्व चैंपियनशिप में किसी भारतीय के साथ यह दूसरी अयोग्यता की घटना है, इससे पहले अगस्त में बुल्गारिया के समोकोव में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप से नेहा सांगवान (महिला 59 किग्रा) को स्वीकार्य सीमा से 600 ग्राम अधिक वजन होने के कारण बाहर कर दिया गया था। नेहा जगरेब में भारत की सीनियर विश्व चैंपियनशिप टीम का भी हिस्सा थीं, लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने न केवल उन्हें टीम से बाहर कर दिया, बल्कि उनके ‘लगातार वजन प्रबंधन संबंधी समस्याओं’ के कारण उन्हें दो साल के लिए निलंबित भी कर दिया था। विश्व कप राइफल/पिस्टल: मेघना सज्जनार ने विश्व कप में जीता पहली बार पदक, चीन और नॉर्वे के बाद पांचवें स्थान पर रहा भारत