ग्रीक सुपरलीग में रविवार को पीएओके सलोनिका और एईके एथेन के बीच खेला गया मैच विवाद होने के कारण रद्द कर दिया गया है। रेफरी के एक फैसले से पीएओके के अध्यक्ष और टीम के मालिक इवान सैविडिस इतना नाराज हो गए कि वह मैदान में बंदूक लेकर पहुंच गए। दरअसल, 11 मार्च को टुम्बा स्टेडियम में खेले गए मैच के 90वें मिनट में पीओएके की ओर से एक गोल किया गया, जिसे रेफरी ने खारिज कर दिया। रेफरी के फैसले से इवान काफी नाराज हो गए। वह रेफरी से सवाल जवाब करने के लिए गुस्से में अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ मैदान के अंदर आ गए। उस वक्त इवान के पिछले पॉकेट में बंदूक रखी हुई थी, हालांकि उन्होंने रेफरी से बहस करने के दौरान बंदूक पॉकेट से नहीं निकाली, लेकिन उनके तीखे तेवर देखकर एईके एथेन की टीम सुरक्षा कारणों से मैदान के बाहर चली गई और वापस ही नहीं आई।
एईके के अधिकारियों ने इवान के ऊपर रेफरी को धमकाने का आरोप लगाया। इसके अलावा यह भी दावा किया गया कि इवान ने एईके के ऑपरेशन मैनेजर को भी धमकी दी। एईके का कहना है कि इस मामले में वह फीफा (FIFA) और यूईएफए को शिकायत करेंगे। वहीं फीफा का कहना है कि उसे इस घटना की जानकारी है और वह इस तरह के बर्ताव की कड़ी निंदा करते हैं।
| A wild turn of events in the Superleague! League contenders PAOK had a game-clinching goal ruled offside vs. Masoud Shojaei's AEK Athens. The game was suspended after a pitch invasion.
Incredibly, the PAOK president brandished his gun to protest the decision! pic.twitter.com/8jFaUUSP7N
— PersianFootball.com (@FootballPersian) March 11, 2018
पीएओके की ओर से इस मामले में बयान जारी कर कहा गया, ‘आज जो कुछ भी हुआ, पीएओके चेयरमैन इवान सैविडिस अपनी टीम को बचाने के लिए सभी जरूरी प्रक्रियाओं की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं उससे संबंधित प्रक्रियाओं के लिए भी वह तैयारी कर रहे हैं। इस मुद्दे पर जल्द ही ऐलान किया जाएगा।’ रविवार के इस मैच को बहस के दो घंटे के बाद रद्द कर दिया गया। एईके का कहना है कि मैदान का माहौल बहुत गंभीर हो गया था और ऐसे माहौल में मैच फिर से नहीं खेला जा सकता था। हालांकि रेफरी मैच को फिर से शुरू करने के पक्ष में थे। इससे पहले एईके के कोच मनोलो जिमेनेज कई बार मैच से संबंधित शिकायत कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें 83वें मिनट में मैदान से बाहर कर दिया गया था।