पाकिस्तान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच 18 नवंबर से टी20 ट्राई सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज पर पाकिस्तान के इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बाद संकट के बादल मंडरा रहे थे। जैसे-तैसे श्रीलंका और जिम्बाब्वे की टीमें इस सीरीज में डर के माहौल के बावजूद खेलने को राजी हुई हैं। इसी को लेकर पाकिस्तान के गृह मंत्री और पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने एक दावा किया है कि, पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने इस सीरीज को बचाया है।
भाषा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के दौरे को बचाने के लिए सीधे हस्तक्षेप किया। मोहसिन नकवी ने सीनेट को बताया कि जब श्रीलंकाई क्रिकेटरों ने हमले के बाद खेलने से इनकार कर दिया तो फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने श्रीलंका के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की व्यवस्था की।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने बीती देर रात कहा था कि उच्च स्तरीय बातचीत के बाद उनकी टीम का मौजूदा पाकिस्तान दौरा जारी रहेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख नकवी ने सीनेट में कहा,”हमारे फील्ड मार्शल ने स्वयं उनके रक्षा मंत्री और सचिव से बात की और उन्हें आश्वस्त किया तथा उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया।” नकवी ने यह भी कहा कि मेहमान खिलाड़ियों को उच्च-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
बदल गया सीरीज का पूरा कार्यक्रम
उन्होंने कहा,”और अब पाकिस्तानी सेना, रेंजर्स और इस्लामाबाद पुलिस मिलकर उनकी सुरक्षा का प्रबंधन कर रहे हैं। हम उन्हें उसी तरह का प्रोटोकॉल और सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं जैसे वे हमारे राजकीय अतिथि हों।” पीसीबी अध्यक्ष ने बताया कि जिम्बाब्वे की टीम पाकिस्तान पहुंच चुकी है और बाकी मैच रावलपिंडी में होंगे। पीसीबी ने श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाली टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला के कार्यक्रम में बदलाव किया है।
नए कार्यक्रम के अनुसार अब यह श्रृंखला 17 नवंबर की बजाय 18 नवंबर से शुरू होगी। इसका दूसरा मैच भी एक दिन बाद 20 नवंबर को खेला जाएगा। इसके अलावा टूर्नामेंट के सभी मैच रावलपिंडी में आयोजित करने का फैसला भी किया गया है। इससे पहले लाहौर को इस प्रतियोगिता के पांच मैचों की मेजबानी करनी थी। इसमें 29 नवंबर को होने वाला फाइनल भी शामिल था, लेकिन तीनों बोर्ड अब केवल रावलपिंडी में ही मैच आयोजित करने पर सहमत हो गए हैं।
इस्लामाबाद में हुए घातक बम विस्फोट में 12 लोगों के मारे जाने और कई लोगों घायल होने के बाद श्रीलंका के खिलाड़ियों ने सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्यक्त की थीं जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। गौरतलब है कि श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर 2009 में आतंकियों ने हमला किया था जब टीम दूसरे टेस्ट मैच के लिए लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम जा रही थी। इस हमले में अजंता मेंडिस, चमिंडा वास और कप्तान महेला जयवर्धने सहित श्रीलंकाई टीम के कई तत्कालीन खिलाड़ी घायल हो गए थे जबकि कई पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी भी मारे गए थे।
(भाषा इनपुट)
