भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध शुरू करने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख शहरयार खान ने रविवार को कहा कि उनका देश दिसंबर में यूएई में सीरीज की मेजबानी के लिए तैयार है। इस सीरीज में तीन टैस्ट, पांच वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे और दोनों देशों के बीच 2014 में जिस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे ये सीरीज उसका हिस्सा है। शहरयार अब इस समझौते को पूरा करना चाहते हैं।
बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के साथ यहां बैठक के बाद शहरयार ने कहा कि हम यूएई में भारत-पाक सीरीज दोबारा शुरू करेंगे। यह भारत-पाक क्रिकेट की दोबारा शुरुआत होगी। यह सीरीज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिसंबर में होगी और इसमें तीन टैस्ट, पांच वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। तैयारी जोरों से चल रही है। हमें अंतिम बाधा पार करनी होगी।
डालमिया के 12 अलीपुर रोड स्थित आवास पर संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में शहरयार ने कहा कि मैं काफी आश्वस्त हूं। हमारे पास अब भी सात महीने का समय है। यूएई शारजाह, दुबई और अबुधाबी में टैस्ट की मेजबानी को तैयार है। इसके बाद वनडे मैच होंगे। हमें बैठकर छोटी मोटी बाधाओं को दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि हम पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसे करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। यह हमारी इच्छा है। कुछ अड़चनें हैं जिन्हें सीरीज के आयोजन के लिए हमें दूर करना होगा लेकिन ये छोटी बाधाएं हैं और हमें इनसे पार पाने की उम्मीद है।
शहरयार के साथ 30 मिनट की बैठक के बाद डालमिया ने भी दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू होने की उम्मीद जताई लेकिन गेंद सरकार के पाले में डाल दी। डालमिया ने कहा कि हमें सीरीज दोबारा शुरू होने की उम्मीद है। सिर्फ कुछ चीजों का समाधान निकालने की जरू रत है और बेशक आम सहयोग के बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। गृह मंत्रालय और सरकार के समर्थन के बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। फिलहाल हमें कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं इस समय विस्तृत जानकारी नहीं दे सकता। कई चीजें हैं जिन्हें अंजाम देना है लेकिन यह सिर्फ नियमित कार्य है। जहां तक भारत का सवाल है हम सुनिश्चित हैं, हमें आगे बढ़ना होगा। हमें इस पर गौर करना होगा और एक बार ऐसा करने के बाद हम नियमित क्रिकेट पर वापसी करेंगे। हालांकि बीसीसीआइ ने बाद में प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि यह डालमिया और शहरयार के बीच ‘शिष्टाचार बैठक’ थी।
बीसीसीआइ ने कहा कि पीसीबी अध्यक्ष ने बीसीसीआइ का अध्यक्ष बनने पर निजी तौर पर डालमिया को बधाई दी और याद किया कि जब वे दोनों पहले अपने अपने बोर्ड के प्रमुख थे तो कैसे दोनों देशों के बीच क्रिकेट रिश्ते काफी अच्छे थे। बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने बयान में कहा है कि द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने के संदर्भ में ऐसा महसूस किया गया कि इस तरह का क्रिकेट संपर्क होना चाहिए। कुछ मुद्दे हैं जिन पर विचार करने की जरू रत है और जरूरी कदम उठाने का फैसला किया गया। दोनों बोर्ड लगातार संपर्क में रहेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे।
2007 से भारत ने राजनीतिक और अन्य कारणों से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय टैस्ट सीरीज नहीं खेली है, विशेषकर 2008 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद। आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी सीरीज निलंबित कर दी थी। दोनों देशों ने 2012 में दिसंबर में भारत में तीन वनडे और दो टी20 मैचों की संक्षिप्त सीरीज खेली थी लेकिन इसके अलावा दोनों टीमें आइसीसी की प्रतियोगिताओं या फिर एशिया कप में ही भिड़ीं।
शहरयार के साथ इस दौरान उनकी पत्नी भी मौजूद थी। पीसीबी प्रमुख ने विश्व क्रिकेट की बहुप्रतीक्षित प्रतिद्वंद्विता को दोबारा शुरू करने का प्रयास करने के लिए डालमिया का आभार भी जताया। शहरयार ने कहा कि मैं यहां अपनी मेजबानी के लिए डालमिया का आभारी हूं। मुझे खुशी है कि हम प्रक्रिया को दोबारा शुरू कर पाए। आपको शायद पता होगा कि एमओयू के मुताबिक दोनों देशों के बीच आठ साल में पांच सीरीज होंगी। शहरयार ने कहा कि भारत-पाक प्रतिस्पर्धा एशेज से भी बड़ी होती है।
उन्होंने कहा कि मैं आपको बता दूं कि भारत-पाक सीरीज दुनिया में किसी भी अन्य क्रिकेट सीरीज से अधिक महत्त्वपूर्ण है। यह एशेज से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एडिलेड में विश्व कप के दौरान भारत-पाक मुकाबले के टिकट 20 मिनट के भीतर बिक गए थे, मुकाबले को लेकर इतनी दीवानगी है।
शहरयार ने सूचित किया कि यहां तक कि बांग्लादेश भी भारत-पाक मुकाबले की मेजबानी को तैयार है। उन्होंने कहा कि मैं बांग्लादेश गया था। वे काफी उत्सुक हैं। उन्होंने मुझे कहा कि आप यूएई क्यों जा रहे हो। आप अपने मैच यहां क्यों नहीं खेलते। अगर भारत और पाकिस्तान यहां खेलेंगे तो मैदान पूरा भरा होगा। इसलिए हम बांग्लादेश और अन्य देशों पर विचार करेंगे जहां हम अपने घरेलू मैचों का आयोजन कर सकते हैं जो हम फिलहाल पाकिस्तान में नहीं कर सकते।
पीसीबी प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान में स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है और पीसीबी को उम्मीद है कि वह दो साल के बाद देश में भारत की मेजबानी कर पाएगा। शहरयार ने कहा कि इस साल या दो साल में नहीं लेकिन इसके बाद हमें उम्मीद है कि 2004 की तरह भारतीय टीम पाकिस्तान आ पाएगी। जिससे कि आपके लोग वहां आ पाए और हमारे लोग यहां आ पाएं।

