इंजमाम उल हक अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता नहीं रहेंगे। उनका कार्यकाल इस साल 31 जुलाई को खत्म हो रहा है। पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने बुधवार को यह ऐलान किया। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इंजमाम ने यह कदम उठाया है। लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपना कार्यकाल बढ़ाने की कोई इच्छा नहीं हैं। वे अपने इस पद को छोड़ना चाहते हैं। इंजमाम 3 साल पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता बनाए गए थे।

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान मेन्स सेलेक्शन कमेटी की कुर्सी पर तीन साल से ज्यादा समय तक बैठने के बाद मैंने अपने कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं कराने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘सितंबर में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, 2020 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप और 2023 में आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप होने हैं। मेरा मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए नया मुख्य चयनकर्ता चुनने का यह सही समय है। जो नए आइडिया और ताजा विचार रखता हो।’ माना जा रहा है कि वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन की सजा कप्तान सरफराज अहमद और मुख्य कोच मिकी आर्थर को भी मिल सकती है। उनसे कुछ फॉर्मेट की कप्तानी छीनी जा सकती है। आर्थर को उनके पद से हटाया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान मेन्स सेलेक्शन कमेटी की कुर्सी पर तीन साल से ज्यादा समय तक बैठने के बाद मैंने अपने कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं कराने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘सितंबर में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, 2020 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप और 2023 में आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप होने हैं। मेरा मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए नया मुख्य चयनकर्ता चुनने का यह सही समय है। जो नए आइडिया और ताजा विचार रखता हो।’

उन्होंने बताया, ‘मैंने सोमवार को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मणि और मैनेजिंग डायरेक्टर वसीम खान से बात की थी। मैंने दोनों को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। मेरे पाकिस्तान क्रिकेट की बागडोर संभालने के बाद से चयन समिति का समर्थन करने और संबल देने के लिए मैंने उन्हें धन्यवाद भी दिया।

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में असफल रही थी। उसने सरफराज अहमद की कप्तानी में 9 में से 5 मैच जीते थे। एक मैच बेनतीजा रहा था। उसके कुल 11 अंक थे। न्यूजीलैंड के भी 11 अंक थे, लेकिन नेट रनरेट के आधार पर वह 5वें नंबर पर रही, जबकि केन विलियम्स की अगुआई में कीवी टीम आखिरी 4 में जगह बनाने में सफल रही थी।