टोक्यो ओलंपिक में दुनिया को उसेन बोल्ट के बाद वर्तमान में सबसे तेज फर्राटा धावक मिल गया है। रविवार को हुए 100 मीटर फर्राटा दौड़ इवेंट में इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स ने 9.80 सेकंड में दौड़ पूरी करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसी के साथ वे फर्राटा दौड़ जीतने वाले इटली के पहले खिलाड़ी बने।
जैकब्स के अलावा इस इवेंट में रजत पदक अमेरिका के फ्रेड केरले ने जीता जो 2004 में जस्टिन गैटलिन के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले अमेरिकी धावक बने। वहीं कांस्य पदक कनाडा के आंद्रे डी ग्रासे ने अपने ना किया। इस इवेंट की शुरुआत में ही ब्रिटेन के जर्नेल ह्यूजेस को फाउल शुरुआत के चलते बाहर कर दिया गया था।
जैकब्स के रूप में दुनिया को अब फर्राटा दौड़ का नया चैंपियन मिल गया है। 2008 से लेकर 2016 रियो ओलंपिक तक इस इवेंट में जमैका के उसेन बोल्ट की बादशाहत कायम रही। ये ऐसा पहला मौका था 2008 के बाद जब बोल्ट इस इवेंट का हिस्सा नहीं थे।
Joy needs no translation.
Turn on your sound and listen to the Italian call of Lamont Marcell Jacobs’ 100m win. #TokyoOlympics pic.twitter.com/7SsrR6UMYx
— #TokyoOlympics (@NBCOlympics) August 2, 2021
100 मीटर फर्राटा दौड़ के रिकॉर्ड पर एक नजर
अगर 100 मीटर फर्राटा दौड़ के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो विश्व रिकॉर्ड अभी भी उसेन बोल्ट के नाम दर्ज है। बोल्ट ने 2009 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान 9.58 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके अलावा ओलंपिक में भी उसेन ही सबसे तेज धावक रहे हैं, उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में 9.63 का रिकॉर्ड बनाया था। हालांकि 2016 रियो ओलंपिक में वे 9.81 सेकंड में दौड़ पूरी कर पाए थे।
Unexpected winner ,,,#Jacobs from #ITA is the new fastest man ,,,,#100m winner #Tokyo2020 #TokyoOlympics #TokyoOlympics2020 pic.twitter.com/0L1M8wDe6S
— Nithish R Yuvirosk (@OneNimitPlzz_NR) August 1, 2021
आपको बता दें जैकब्स ने 9.80 सेकेंड में 100 मीटर फर्राटा दौड़ पूरी करके नया यूरोपियन रिकॉर्ड बना लिया है। इससे पहले सेमीफाइनल में जैकब्स ने ही 9.84 सेकेंड का यूरोपियन रिकार्ड बनाया था।
गौरतलब है कि उसेन बोल्ट ने इससे पहले 2008, 2012 और 2016 ओलंपिक में लगातार तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे। बोल्ट टोक्यो ओलंपिक में जरूर नहीं था लेकिन उनका रिकॉर्ड अभी भी कायम है। जैकब्स मौजूदा चैंपियन बन गए हैं लेकिन बोल्ट का नाम अभी भी इतिहास के पन्नों पर सबसे तेज धावक के रूप में दर्ज है।