कैरियर ग्रैंडस्लैम पूरा करने की कोशिश नाकाम होने के 12 महीने बाद दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच की निगाहें फ्रेंच ओपन खिताब जीतने पर लगी होंगी, जिससे वह अभी तक महरूम ही रहे हैं। पिछले साल जब स्टैन वारविंका ने तेज तर्रार बैकहैंड विनर से जोकोविच को हराकर सभी को चौंकाते हुए पेरिस खिताब जीता था तो दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी के आंसू निकल गए थे। जोकोविच रविवार (22 मई) को 29 वर्ष के हो जाएंगे और 12वीं बार रोलां गैरो में खेलेंगे, जिसमें वह ट्रॉफी जीतने के प्रबल दावेदार हैं। लेकिन टेनिस में ऐसे महान खिलाड़ियों के नाम भी शामिल हैं जो पेरिस में खिताब से महरूम रहे। पीट सम्प्रास ने 14 मेजर ट्रॉफियां जीती लेकिन 13 बार इस महान अमेरिकी खिलाड़ी ने फ्रेंच ओपन जीतने की कोशिश की और 13 बार वह विफल रहा। स्टेफान एडबर्ग ने भी 13 बार प्रयास किया, लेकिन वह विफल रहे जबकि जोकोविच के कोच बोरिस बेकर ने नौ बार कोशिश की। जॉन मैकनरो भी फ्लॉप रहे, चार बार के अमेरिकी ओपन और तीन बार के विम्बलडन ट्रॉफी विजेता को 1984 में पेरिस में उप विजेता के स्थान से ही संतोष करना पड़ा।
जोकोविच 11 मेजर खिताब अपने नाम कर चुके हैं, लेकिन वह इन सभी खिलाड़ियों की तुलना में यहां काफी करीब रह चुके हैं। वह तीन बार फ्रेंच ओपन में उप विजेता रह चुके हैं और चार मौकों पर सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं। वर्ष 2016 में जोकोविच के रिकॉर्ड में 37 मैचों में जीत शामिल हैं और उन्हें सिर्फ दो ही मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, हालांकि ये दो हार क्ले कोर्ट पर मोंटे कार्लो में शुरुआती राउंड में जिरी वेसले और पिछले हफ्ते हुए रोम फाइनल में एंडी मर्रे से मिली। जोकोविच पेरिस में अपने अभियान की शुरुआत दुनिया के 100वें नंबर के खिलाड़ी ताईवान के लु येन सुन के खिलाफ करेंगे।
वह अंतिम आठ में थॉमस बर्डिच से भिड़ सकते हैं और सेमीफाइनल संभवत: नौ बार के चैम्पियन राफेल नडाल के खिलाफ हो सकता है जो इन दोनों सुपरस्टार खिलाड़ियों की 50वीं भिड़ंत होगी। शीर्ष वरीय खिलाड़ी ने कहा, ‘मुझे अब भी लगता है कि मेरे पास खेलने के लिये अभी और वर्ष बाकी हैं, जिससे मैं इस बात से सहज हूं कि मुझे रोलां गैरा में खिताब जीतने के लिए अभी और मौके मिलेंगे।’ दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी एंडी मर्रे जोकोविच के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। वह भले ही विश्व रैंकिंग में उनसे 8,000 अंक पीछे हो लेकिन पूर्व अमेरिकी ओपन और विम्बलडन विजेता पिछले कुछ समय से क्ले कोर्ट पर काफी सफल हो रहा है।