मिलोस राओनिच विंबलडन सेमीफाइनल में शुक्रवार (8 जुलाई) को यहां सात बार के चैम्पियन रोजर फेडरर को पांच सेट में हराकर ग्रैंडस्लैम पुरुष एकल फाइनल में जगह बनाने वाले कनाडा के पहले खिलाड़ी बने। छठे वरीय राओनिच ने मैराथन मुकाबले में तीसरे वरीय फेडरर को 6-3, 6-7, 4-6, 7-5, 6-3 से हराया।

राओनिच फाइनल में 2013 के चैम्पियन और दूसरे वरीय ब्रिटेन के एंडी मरे और 10वें वरीय चेक गणराज्य के टामस बर्डीच के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेंगे। पच्चीस साल के राओनिच की यह ग्रास कोर्ट पर शीर्ष 10 में शामिल प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहली जीत है और इसके साथ ही फेडरर की रिकॉर्ड आठवां विंबलडन और कुल 18वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की उम्मीद भी टूट गई।

रोओनिच ने इसके साथ ही 2014 विंबलडन सेमीफाइनल में फेडरर के हाथों मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। चौथे सेट में जूझते हुए लग रहे राओनिच ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे मौका मिला और मैंने इसका पूरा फायदा उठाया।’ उन्होंने कहा, ‘कनाडा के लिए इसका बड़ा असर होगा। उम्मीद करता हूं कि अगर मैं रविवार (10 जुलाई) को जीता तो असर और बड़ा होगा।’