ओलंपिक से पूर्व सत्र में लचर प्रदर्शन पर भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी के श्रीकांत ने बुधवार (13 जुलाई) को कहा कि खराब दौर ने उन्हें खेलों की तैयारी में मदद की और साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि वह रियो में अगले महीने होने वाले खेलों में छुपे रूस्तम के रूप में उभरेंगे। श्रीकांत 2014 में चीन ओपन के साथ सुपर सीरीज प्रीमियर पुरुष खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे और इस दौरान उन्होंने फाइनल में दो बार के ओलंपिक और पांच बार के विश्व चैम्पियन लिन डैन को हराया था। इसके बाद उन्होंने घरेलू सरजमीं पर इंडियन सुपर सीरीज का खिताब जीता और पिछले साल जून में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी बने लेकिन फिर उनके प्रदर्शन में गिरावट आई। ओलंपिक क्वालीफिकेशन के दौरान श्रीकांत को जूझना पड़ा और वह कई टूर्नामेंटों के पहले दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रहे, विशेषकर जनवरी में सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड का खिताब जीतने के बाद।

श्रीकांत ने हालांकि कहा कि वह ओलंपिक क्वालीफिकेशन को लेकर कभी चिंतित नहीं थे। उन्होंने कहा, ‘मैं तनाव में था लेकिन क्वालीफिकेशन को लेकर नहीं। मैं अपने खेल को लेकर चिंतित था क्योंकि मुझे पता था कि अगर मैं अच्छा खेलूंगा को स्वत: ही क्वालीफाई कर लूंगा।’ फिलहाल दुनिया के 11वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने कहा, ‘मैं अपनी रैंकिंग को लेकर चिंतित नहीं हूं, मैं चिंतित था क्योंकि मुझे ट्रेनिंग का समय नहीं मिल रहा था। मैं एक के एक लगातार प्रतियोगिताओं में खेल रहा था फिर चाहे पीबीएल, मलेशिया, सैफ खेल या जर्मनी ओपन या एबीसी हो। मुझे समय ही नहीं मिल रहा था।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे लगता है कि इससे मुझे उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिली जिन पर मुझे काम करने की जरूरत है और इसने ओलंपिक की तैयारी में मेरी मदद की। प्रत्येक मैच, प्रत्येक टूर्नामेंट मायने रखता है, फिर आप जीते या हारें, सवाल यह है कि आप इसे कैसे लेते हैं। आपको प्रत्येक मैच का सकारात्मक पक्ष देखना होता है। इसलिए इससे मुझे मदद मिली।’ मई में रैंकिंग के जारी होने के बाद आंध्र प्रदेश के 23 साल के श्रीकांत रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले सात बैडमिंटन खिलाड़ियों में जगह बनाने में सफल रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘मैं क्वालीफाई करके खुश था। यह बड़ा सपना था। मुझे यह पता था लेकिन मई में असल में क्वालीफाई करना बड़ा लम्हा था।’ रियो में श्रीकांत को लिन डैन के अलावा मलेशिया के ली चोंग वेई जैसे खिलाड़ियों का सामना करना होगा। उन्होंने कहा, ‘वे सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जो पिछले दो-तीन ओलंपिक में खेले हैं और मुझे लगता है कि वे फायदे की स्थिति में हैं। लेकिन हमेशा प्रत्येक फायदे की स्थिति में नहीं होता। शीर्ष खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगी क्योंकि काफी उम्मीदें और दबाव है। इसलिए मुझे छुपा रूस्तम या कमजोर माने जाने की खुशी है।’