अपने अभियान की खराब शुरुआत के बाद पूर्व चैम्पियन दिल्ली वेवराइडर्स मंगलवार (7 फरवरी) को हॉकी इंडिया लीग के पांचवें सत्र में गत चैम्पियन जेपी पंजाब वॉरियर्स से भिड़ेगी तो उसकी नजरें अपने मैदान पर जीत के साथ खाता खोलने पर रहेगी। वेवराइडर्स ने 2014 में दूसरा सत्र जीता था। फिलहाल तीन मैचों में एक ड्रा और दो हार के साथ वह तालिका में सबसे नीचे है। उसे कलिंगा लांसर्स ने एक गोल से और दबंग मुंबई ने 3-2 से हराया जबकि उसने रांची रेज से गोलरहित ड्रा खेला। रूपिंदर पाल सिंह की अगुवाई वाली टीम मंगलवार को पांचवें सत्र में शिवाजी स्टेडियम पर पहला मैच खेलेगी और उसकी नजरें जीत का स्वाद चखने पर होगी।
वेवराइडर्स के कोच सेड्रिक डिसूजा ने जीत से वंचित रहने के बावजूद अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर संतोष जताया है । उन्होंने कहा,‘हमारी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन हम हाथ आये मौके नहीं भुना सके। मैं प्रदर्शन से संतुष्ट हूं लेकिन जीत नहीं पाने का दुख है।’ उन्होंने कहा,‘हमारे पास काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है लेकिन वे गोल नहीं कर पा रहे। मुझे अपने खिलाड़ियों पर भरोसा है और मुझे उम्मीद है कि वे कल अपने मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’ वेवराइडर्स, पंजाब वॉरियर्स और उत्तर प्रदेश विजार्ड्स अभी तक तीन मैच ही खेल सके हैं जबकि दबंग मुंबई, कलिंगा लांसर्स और रांची रेज सात मैच खेल चुके हैं।
वेवराइडर्स खेमा उम्मीद करेगा कि जूनियर विश्व कप विजेता टीम के नायक मनदीप सिंह, हरजीत सिंह , संता सिंह और परविंदर सिंह फारवर्ड पंक्ति में उम्दा प्रदर्शन करें। उन्हें अपने विदेशी खिलाड़ियों सिमोन चाइल्ड, जस्टिन रीड रास और मैनुअल ब्रूनेट से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दूसरी ओर पंजाब वॉरियर्स की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही है और वह छह टीमों में पांचवें स्थान पर है। उसे तीन मैचों में से दो में पराजय मिली और एक जीत दर्ज की। पंजाब के पास एस वी सुनील, मिंक वान डेर वीरडेन, जैकब वेटन, मेट गोडेस, सरदार सिंह और मार्क नोल्स जैसे खिलाड़ी हैं। टीम के कोच बैरी डांसर ने कहा,‘हमने अभी तक कई गोल किये हैं। हम आक्रामक हॉकी खेलते आये हैं और आगे भी वही खेलेंगे। यह मुकाबला हमारे आक्रमण और दिल्ली के रक्षण का है।’
