पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता गया कांस्य पदक सिल्वर में बदल गया है। लंदन ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाले रूस के बेसिक कुदुखोव के डोप टेस्ट में फेल होने जाने के चलते यह हुआ है। योगेश्वर ने चार साल पहले हुए ओलंपिक में 60 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य जीता था। रूसी पहलवान कुदुखोव की साल 2013 में कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। हालांकि इसी महीने रियो ओलंपिक्स से पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी ने उनके सैंपल का दोबारा टेस्ट कराया था। नियम है कि किसी भी एथलीट के सैंपल का दोबारा से टेस्ट किया जा सकता है। वर्तमान में 10 साल तक के लिए सैंपल को रखा जाता है।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग(यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के सूत्रों ने बताया, ”रूस के बेसिक कुदुखोव और उज्बेकिस्तान के अर्तूर तायमाजोव सहित पांच पहलवान प्रतिबंधित दवाएं लेने के दोषी पाए गए हैं। कुदुखोव का लंदन ओलंपिक में लिया गया सैंपल डोप टेस्ट में फेल हो गया। कुदुखोव सिल्वर मेडलिस्ट थे। उनके पदक वापस लिए जाएंगे। कुदुखोव के डोप टेस्ट में फेल होने के कारण भारत के योगेश्वर दत्त को सिल्वर मिलेगा।” गौरतलब है कि कुदुखोव चार बार के वर्ल्ड चैंपियन भी थे। आधिकारिक रूप से योगेश्वर के नाम का एलान होने पर वे लंदन ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाले तीसरे भारतीय होंगे। इन खेलों में शूटर विजय कुमार और रेसलर सुशील कुमार ने भी सिल्वर जीता था।
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लंदन ओलंपिक में योगेश्वर प्री-क्वार्टरफाइनल में कुदुखोव से हार गए थे। लेकिन कुदुखोव के फाइनल में पहुंचने पर रेपचेज राउंड के तहत उन्हें कांस्य जीतने का मौका मिला था। इस राउंड में उन्होंने प्यूर्टो रिेको के फ्रेंकलिन गोमेज, ईरान के मसूद इसमाइलपोर और उत्तरी कोरिया के रि जोंग मियोंग को हराया था। बता दें कि रियो में भी योगेश्वर प्री-क्वार्टरफाइनल में ही बाहर हो गए थे।
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