यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशंस (Union of European Football Associations) यानी यूएफा (UEFA) ने चैंपियंस लीग ‘टीम ऑफ द ईयर’ की घोषणा कर दी है। इसमें युवेंटस के स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और बार्सीलोना के स्टार लियोनल मेसी के अलावा लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वानडिक को भी जगह मिली है। इस साल की सूची में लिवरपूल के स्ट्राइकर मोहम्मद सालाह और रोबर्टो फर्मिनो को जगह नहीं मिली है। साल के इस टीम में पहली बार चैंपियंस लीग जीतने वाले लीवरपूल के पांच खिलाड़ियों को जगह दी गई है। रोनाल्डो 14वीं बार टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे तो वहीं मेस्सी को 11वीं बार चुना गया है। वानडिक दूसरी बार जगह बनाने में सफल रहे।
रोनाल्डो के नाम 39 गोल
स्पेनिश लीग में लंबे समय तक मेस्सी के प्रतिद्वंदी रहे क्रिस्टयानो रोनाल्डो के लिए पिछला साल बहुत खास नहीं रहा। उनके नाम 50 मुकाबलों में सिर्फ 39 गोल ही दर्ज हो पाए। इनमें से चैंपियंस लीग के 10 मुकाबालों में सात गोल शामिल हैं। युवेंटस के इस स्टार ने घरेलू लीग के 30 मैचों में सिर्फ 18 गोल दागे। वहीं पुर्तगाल के लिए उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा। उन्होंने पुर्तगाल के लिए 10 मैचों में कुल14 गोल किए।
मेसी रहे स्टार
बताते चलें कि बीते साल के प्रदर्शन के आधार पर हर साल यूएफा इस टीम की घोषणा करती है। इस बार बैलेन डी ओर पुरस्कार जीतने वाले बार्सीलोना के स्टार लियोनल मेसी की खूब चर्चा रही। उन्होंने पिछले साल 11 चैंपियंस लीग मैचों में आठ गोल दागे। वहीं, बार्सीलोना के लिए इस खिलाड़ी ने 37 लीग मुकाबलों में कुल 37 गोल किए। देश के लिए खेलते हुए इस अर्जेंटीनी खिलाड़ी के नाम 10 मैचों में पांच गोल दर्ज हुए। यानी, 2019 में इस खिलाड़ी ने 58 मुकाबलों में 50 गोल दागे। उनकी कप्तानी मेंं टीम ला-लीगा जीती, लेकिन चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल में लिवरपूल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
लैवेंदोस्की के नाम 54 गोल
यूएफा की इस टीम में दो अन्य स्ट्राइकरों में बायर्न म्यूनिख के रॉबर्ट लैवेंदोस्की और लिवरपूल के सादियो माने भी शामिल हैं। लैवेंदोस्की ने जहां 58 मुकाबलों में 54 गोल किए वहीं सादियो माने के नाम कुल 63 मुकाबलों में 35 गोल दर्ज हैं। लैवेंदोस्की ने चैंपियंस लीग के सात मुकाबलों में 10 गोल दागे।
