चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के हॉकी मैचों का इंतजार लाखों हॉकी प्रेमियों को रहता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने इन एशियाई दिग्गजों के बीच खेले गए अधिकांश मैचों को अपने रिकॉर्ड में जगह नहीं दी है। एफआईएच को सबसे ज्यादा कमाई भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों से होती है। भारत और पाकिस्तान के बीच पहला मैच 1956 में मेलबर्न ओलंपिक फाइनल में खेला गया था। पिछले छह दशक में करीब 166 बार दोनों टीमें भिड़ चुकी है और एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में रविवार (23 अक्टूबर) को भारत की जीत 54वीं थी। पाकिस्तान 82 मैच जीत चुका है जबकि 30 मैच ड्रा रहे। एफआईएच ने फैसला किया है कि इस हॉकी इतिहास का अधिकांश हिस्सा मिटा दिया जाए।

एफआईएच ने जो ‘टीएमएस डाटा’ तैयार किया है, उसमें भारत और पाकिस्तान के बीच सिर्फ 46 मैचों का जिक्र है। यहां एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजक उन्हीं आंकड़ों के आधार पर रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ किए गए 321 गोलों में से सिर्फ 98 को ही एफआईएच डाटा में जगह मिली है। इसके मायने है कि बाकी 223 गोल में उनकी मेहनत बेकार गई। इसी तरह पाकिस्तानी खिलाड़ियों द्वारा भारत के खिलाफ किए गए 386 गोलों में से सिर्फ 110 को मान्यता मिली है।