मैराथन धावक ओपी जैशा के रियो ओलंपिक में पानी न मिलने के आरोपों पर अब कई सवाल उठ रहे हैं। साथी धावक कविता राउत के बाद अब कोच निकोलाई स्नेसारेव और अंतरराष्ट्रीय अमेच्योर एथलेटिक्स फेडरेशन(आईएएएफ) ने भी जैशा के दावों को खारिज कर दिया है। आईएएएफ ने कहा कि आयोजन कमिटी ने 42 किलोमीटर की रेस में 11 पानी की डेस्क लगाई थी। आईएएएफ की कम्युनिकेशन टीम के क्रिस टर्नर ने बताया, ”आईएएएफ ने रियो 2016 ओलंपिक खेलों की आयोजन कमिटी से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी दी कि आयोजन कमिटी ने 2.5, 7.5, 12.5, 17.5, 22.5, 27.5, 32.5, 37.5 और 40 किलोमीटर पर पानी की सुविधा दे रखी थी। इसके साथ ही रेस शुरू और खत्म होने की जगह पर भी पानी की डेस्क थी।”
जैशा ने आरोप लगाया था कि भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन(एएफआई) ने मैराथन के दौरान उनके लिए पानी व एनर्जी ड्रिंक की व्यवस्था नहीं की। एएफआई ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि पानी मुहैया कराना आयोजकों का विशेषाधिकार है। इसी बीच जैशा के कोच निकोलाई स्नेसारेव ने कहा कि उनकी शिष्या ने ही पानी के लिए मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि जैशा ने मैराथन के दौरान कभी व्यक्तिगत पानी का इस्तेमाल नहीं किया। इस बार भी जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने इनकार कर दिया। इस बारे में उन्होंने एएफआई को जानकारी दे दी थी।
उन्होंने बताया, ”रेस से एक दिन पहले राधाकृष्णन नायर (मुख्य कोच के सहायक) ने मुझे पूछा था कि क्या उसे जैशा को रेस के लिए कोई विशेष रिफ्रेशमेंट या ड्रिंक की जरूरत होगी। मैंने जैशा से पूछा कि क्या वह विशेष ड्रिंक लेगी या सामान्य पानी लेगी जो आयोजकों द्वारा मुहैया कराया जाएगा। उसने कहा कि वह सामान्य पानी ही लेगी। इसके बाद मैंने नायर से कहा कि वह सिर्फ पानी ही लेगी। यही हुआ।” रियो में मैराथन के बाद जैशा बेहोश हो गई थी। वह इस रेस में 89वें नंबर पर रही थी। बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि वहां पर पानी, एनर्जी ड्रिंक और रिफ्रेशमेंट नहीं था।

