भारत ने एशियाई टीम स्क्वॉश चैंपियनशिप में गुरुवार (12 मई) को निराशाजनक प्रदर्शन किया तथा जहां महिला टीम मलेशिया से करीबी मुकाबले में हार गई वहीं पुरुष टीम को अपने से कम वरीयता प्राप्त जापान के हाथों हार झेलनी पड़ी। उम्मीद के अनुरूप सभी की निगाहें महिला वर्ग में जोशना चिनप्पा और दीपिका पल्लिकल पर लगी थी। मलेशिया भले ही निकोल डेविड के बिना खेल रहा था लेकिन तब भी उसकी टीम मजबूत थी।
सबसे पहले आकांक्षा सालुंके करीबी मुकाबले में शिवासांगरी सुब्रहमण्यम से 11-13, 4-11, 8-11 से हार गई। मलेशिया खिलाड़ी ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद मैच पर नियंत्रण बनाया। पल्लिकल दूसरा मैच खेलने के लिए उतरी लेकिन उन्हें राचेल अर्नोल्ड से समान स्कोर 11-13, 4-11, 8-11 से हार झेलनी पड़ी। अब सब कुछ जोशना पर निर्भर था लेकिन पांच गेम तक चले मैच में वह राचेल की बड़ी बहन डेलिया आर्नोल्ड से 11-7, 7-11, 9-11, 11-5, 9-11 से हार गयी।
भारत का अगला मुकाबला श्रीलंका से होगा और यदि वह इस मैच में जीत जाता है तो अपने पूल में दूसरे स्थान पर रहेगा और ऐसी स्थिति में पूरी संभावना है कि उसका सामना शीर्ष वरीयता प्राप्त और खिताब के प्रबल दावेदार हांगकांग से होगा। पुरुष वर्ग में पहले मैच में ही भारत को झटका लगा जब कुश कुमार ने टखने में खिंचाव के कारण अपनी लय गंवा दी। उन्होंने हालांकि वापसी की कोशिश की लेकिन आखिर में जापानी खिलाड़ी रायोसी कोबोयशी से 6-11, 11-13, 9-11 से पराजित हो गए।
हरिंदर पाल सिंह संधू पर काफी कुछ निर्भर था लेकिन जैसे राष्ट्रीय कोच साइरस पोंचा ने कहा, ‘‘उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।’’ भारत के नंबर एक खिलाड़ी ने एक गेम जीता लेकिन वह बाकी गेम में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और रियोनसुके तासुके से 11-5, 8-11, 10-12, 7-11 से हार गए। युवा वेलावन सेंतिलकुमार ने अच्छा खेल दिखाया। उन्होंने ताइकी काइदो को 9-11, 11-4, 11-6, 11-6 से हराया लेकिन तब तक भारत मुकाबला हार चुका था।
भारत ने हालांकि बाद में मकाऊ को 3-0 से हराया। हरिंदर ने स्टीव लिये सुन मान को 11-7, 11-4, 11-6 से, कुश कुमार ने वान केंग हेई को 11-3, 11-1, 11-2 से और विजय कुमार मीणा ने मैनुअल चान गसमान डि ओलिवरा को 11-6, 11-4, 11-4 से पराजित किया।