भारत के निवृतमान डेविस कप कप्तान आनंद अमृतराज ने शुक्रवार (20 जनवरी) को स्पष्ट किया कि उन्होंने युवा खिलाड़ी सुमित नागल के खिलाफ कार्रवाई की मांग नहीं की थी और कहा कि भारतीय टेनिस संघ को उसके प्रति नरमी बरतनी चाहिये। समझा जाता है कि 19 बरस के नागल को अनुशासनात्मक कारणों से भारत की डेविस कप टीम से बाहर किया गया है। उसने हालांकि इसका खंडन किया। अमृतराज ने हालांकि उसके दावों को ख़ारिज किया लेकिन कहा कि वह नहीं चाहते कि इतनी कम उम्र में उसे कड़ी सजा मिले। उन्होंने कहा, ‘हमें उसके प्रति ज्यादा सख्त नहीं होना चाहिये। वह अच्छा लड़का है और टेनिस में उसका भविष्य उज्जवल है।’
सुमित नागल ने स्पेन के खिलाफ डेविस कप में अपने पदार्पण मैच में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी मुकाबले के लिये इस युवा खिलाड़ी को अनुशासनहीनता के कारण टीम से बाहर किया गया था। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के सूत्रों ने यह जानकारी दी। पता चला है कि कोरिया के खिलाफ पिछले साल जुलाई में हुए मुकाबले के दौरान 19 वर्षीय नागल अत्याधिक नशे के कारण सुबह के अभ्यास सत्र में भाग नहीं ले पाया था। उस मुकाबले में वह रिजर्व खिलाड़ी के रूप में टीम से जुड़ा था। एआईटीए सूत्रों ने कहा, ‘हमें पता चला कि उसने होटल के अपने कमरे में मिनी बार की सारी शराब पी ली थी। वह बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी है लेकिन जब आप केवल 19 साल के हो और आपको भारतीय टीम में मौका मिलता है और तब आप अभ्यास सत्र में नहीं आते हो तो यह स्वीकार्य नहीं है।’
यही नहीं 2015 में विंबलडन के जूनियर वर्ग का युगल खिताब जीतकर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने वाले नागल स्पेन के खिलाफ मुकाबले के दौरान बिना अनुमति के अपनी महिला मित्र को लेकर आ गये थे। सूत्रों ने दावा किया, ‘उसने अपनी महिला मित्र को दिल्ली लाने से पहले किसी को नहीं पूछा। जब वह होटल में पहुंचा तो उसके साथ लड़की थी। कप्तान आनंद अमृतराज ने तुरंत ही उससे उसे वापस भेजने के लिये कहा और उसने ऐसा किया।’ सूत्रों से पूछा गया कि जब यह मामला जुलाई मुकाबले के दौरान ही सामने आ गया था तो नागल को अब क्यों सजा दी गयी और सितंबर में उन्हें स्पेन के खिलाफ पदार्पण का मौका क्यों दिया गया, उन्होंने कहा, ‘तब क्या हुआ था इसको लेकर हम सुनिश्चित नहीं थे। जब उससे पूछा गया तो उसने आरोपों का खंडन किया। हमने उस पर विश्वास किया लेकिन चीजें बदतर होती गयी और कई नयी बातें सामने आयी जिसके बाद हमने कड़ा रवैया अपनाया।’

