अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद नस्लवाद का मुद्दा गर्माया हुआ है। दुनिया भर में अपनी-अपनी तरह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसकी आंच भारत तक पहुंच गई है। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर इरफान पठान ने घरेलू क्रिकेट में नस्लवाद होने की बात स्वीकारी। वहीं पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने कहा कि इंग्लैंड में लीग खेलने के दौरान उन्होंने नस्लवाद का सामना किया।

इरफान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था, ‘नस्लवाद सिर्फ आपकी त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है। यदि आपका विश्वास अलग है और उसकी वजह से सोसाइटी में घर नहीं मिलता, तो वह भी एक तरह का नस्लवाद है।’ उनके इस ट्वीट पर लोगों ने ट्रोल करने की कोशिश की। लोगों ने उनसे सवालिया अंदाज में कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ यही होता है। कश्मीर में हजारों पंडितों का जबरन स्थानांतरण कराया गया। उनकी हत्या कर दी गई और बहू-बेटियों के साथ रेप किया गया। कुछ लोगो ने हलाला को लेकर भी सवाल उठाए।

इरफान ने ऐसे लोगों को बुधवार को जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरी राय हमेशा एक भारतीय के रूप और भारत के लिए है। मैं नहीं रुकूंगा…।’ उनका यह ट्वीट थोड़ी देर में ही वायरल हो गया। लोग उनसे कह रहे हैं कि वे उनके साथ हैं। हम सब भारतीय आपका समर्थन करते हैं।