पेरिस ओलंपिक 2024 में स्टार भारतीय पहलवान विनेश फोगट ने मंगलवार (6 अगस्त) को मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और चार बार की वर्ल्ड चैंपियन यूई सुसाकी को हराकर उलटफेर किया। विनेश फोगाट ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में एक भी मैच न हारने वाली रेसलर को मात दी। विनेश के लिए पहला राउंड जीतना बहुत कठिन काम था, क्योंकि जापान की पहलवान यूई सुसाकी ने टोक्यो में एक भी अंक गंवाए बिना स्वर्ण पदक जीता था।

हालांकि, यूई सुसाकी से अंत तक 0-2 से पीछे चल रहीं विनेश फोगाट ने अंत में बाजी पलटी और 3-2 से मुकाबला अपने नाम किया। जापानी रेसलर को फाइनल जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। 30 जून 1999 को जन्मीं यूई सुसाकी ने 2010 से एक भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला नहीं गंवाया था। अब आगे विनेश फोगाट के फाइनल में पहुंचने से उनके लिए रेपेचेज का रास्ता खुल सकता है।

क्या है रेपेचेज

रेपेचेज फ्रांसीसी शब्द है। इसका मतलब है बचाव करना। कुश्ती में इससे उन पहलवानों को फायदा होता है जो अपनी बाउट शुरुआती दौर में ही हार जाते हैं। हालांकि, हारने वाले पहलवान की तभी वापसी हो सकती है जब उन्हें हराने वाला रेसलर फाइनल में जगह बना ले। ऐसा होने पर उन्हें कांस्य पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिला है।

पहले दो राउंड में हारने वाले खिलाड़ियों के बीच रेपेचेज राउंड में मुकाबला

आसान भाषा में समझें तो फाइनल में पहुंचने वाले पहलावनों से नॉकआउट राउंड में हारने पहलवानों को रेपेचेज से ब्रॉन्ज मेडल मुकाबला खेलने का मौका मिलता है। नियम के मुताबिक, शुरुआती राउंड में हारने वाले खिलाड़ियों के बीच रेपेचेज राउंड में मुकाबला होता है। रेपचेज राउंड में जीतने वाला पहलवान अंत में सेमीफाइनल हारने वाले खिलाड़ी से ब्रान्ज मेडल मैच में मुकाबला करता है।