पेरिस ओलंपिक में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारत की पुरुष युगल बैडमिंटन जोड़ी कुछ कमाल नहीं दिखा पाई। इस जोड़ी पदक की उम्मीदें थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। पदक न जीत पाने को बाद इस जोड़ी को एक और हार्टब्रेक मिला है। कोच मैथियास बो ने कोचिंग से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले बो ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी।
43 साल के बो ने इमोशनल पोस्ट में कहा, “मेरे लिए मेरे कोचिंग के दिन यहीं समाप्त हो गए हैं। मैं भारत या कहीं और नहीं जा रहा हूं। कम से कम अभी तो ऐसा ही होगा। मैंने बैडमिंटन हॉल में बहुत ज्यादा समय बिताया है और कोच होना काफी तनावपूर्ण है। मैं एक थका हुआ बूढ़ा आदमी हूं।” भारत के पदक दावेदारों में से एक, विश्व की 5वें नंबर की जोड़ी सात्विक-चिराग क्वार्टर फाइनल में तीसरे नंबर की मलेशियाई जोड़ी आरोन चिया और सोह वूई यिक से 12-21, 21-14, 21-16 से हारकर बाहर हो गई।
सात्विक और चिराग के लिए क्या लिखा?
बो ने सात्विक और चिराग को एक भावुक संदेश लिखा। उन्होंने कहा, “मैं खुद भी आपकी भावना को अच्छी तरह से जानता हूं। हर दिन कड़ी मेहनत करना। अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ पल में होते हैं और फिर चीजें वैसी नहीं होतीं जैसी आपने उम्मीद की होती हैं। मुझे पता है कि आप लोग निराश हैं। मुझे पता है कि आप भारत के लिए पदक जीतना चाहते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका। लेकिन आपके पास गर्व करने के लिए सब कुछ है। आपने इस ओलंपिक शिविर में कितनी मेहनत की है। चोटों से जूझते हुए, दर्द कम करने के लिए इंजेक्शन भी लिए। यह समर्पण और जुनून है। आपने पिछले वर्षों में बहुत कुछ जीता है और आप भविष्य में और भी बहुत कुछ जीतने वाले हैं।
भी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद
बो ने वर्षों से मिल रहे सहयोग के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और भारतीय बैडमिंटन संघ को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ” भारतीय बैडमिंटन में मेरे सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। ढेर सारी अच्छी यादों के लिए धन्यवाद और मैं आपको ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। जय हिंद।”