भारतीय हॉकी टीम ने रविवार को पेरिस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मैच में ग्रेट ब्रिटेन को मात दी। भारत के लिए यह मैच जीतना बिलकुल आसान नहीं था। टीम ने तीन क्वार्टर का खेल केवल 10 खिलाड़ियों के साथ खेला। इसके बावजूद फुल टाइम तक स्कोर को 1-1 पर रोके रखा। पेनल्टी शूटआउट में भारतीय टीम ने 4-2 का स्कोर किया और मैच जीता। भारत ने सेमीफाइनल में जगह पक्की की।
अंपायरिंग से नाराज भारतीय खिलाड़ी
भारत ने भले ही इस मैच में जीत हासिल की लेकिन मैच के दौरान अंपायर्स के कई फैसले टीम इंडिया के खिलाफ गए। हॉकी इंडिया मैच के दौरान हुई अंपायरिंग से नाराज है। उन्होंने वीडियो रिव्यू सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए। हॉकी इंडिया ने शूटआउट के दौरान ब्रिटेन की बेइमानी भी उजागर की। इन सब मुद्दों को लेकर हॉकी इंडिया ने आधिकारिक शिकायत दर्ज की है।
हॉकी इंडिया ने जारी किया बयान
फेडरेशन ने आधिकारिक बयान में कहा, ‘हॉकी इंडिया ने आधिकारिक तौर पर चल रहे पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 (पुरुष टूर्नामेंट) में अंपायरिंग और निर्णय लेने की गुणवत्ता के बारे में चिंता जताई है। शिकायत भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच एक महत्वपूर्ण मैच पर केंद्रित है, जहां अंपायरिंग में कई विसंगतियों ने संभावित रूप से खेल के परिणाम को प्रभावित किया।’
आगे कहा गया, ‘इन घटनाओं ने खिलाड़ियों, कोचों और प्रशंसकों के बीच अंपायरिंग प्रक्रिया में विश्वास को कम किया है। हॉकी इंडिया ने खेल की अखंडता को बनाए रखने और भविष्य के मैचों में निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करने के लिए इन मामलों की गहन समीक्षा करने का आह्वान किया है।’
हॉकी इंडिया की शिकायत के मुख्य बिंदू
- 1) अंपायर वीडियो रिव्यू को लेकर हॉकी इंडिया संतुष्ठ नहीं है। खास तौर पर रेड कार्ड को लेकर दिए गए फैसले के कारण हॉकी इंडिया का VAR पर से भरोसा उठ गया है।
- 2) गोलकीपर को शूट-आउट के दौरान गोलपोस्ट के पीछे से कोचिंग मिल रही थी।
3) शूटआउट के बीच गोलकीपर वीडियो टैबलेट का इस्तेमाल कर रहा था।