Paris Olmpics 2024 India Schedule and Results Day 12: पेरिस ओलंपिक 2024 के 12वें दिन या 7 अगस्त का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक बन जाता क्योंकि पहलवान विनेश फोगाट 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंच गईं थीं, लेकिन बुधवार को फैंस को तब बड़ा झटका लगा जब वह डिसक्वालिफाई हो गईं। वहीं वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट अंतिम पंघाल भी अपना पहला ही मुकाबला 10-0 से हारीं।
भारत की ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू भी बेहद करीब आकर मौका चूक गईं। वह 49 किलोग्राम वेट कैटेगरी में चौथे स्थान पर रहीं। मीराबाई ने स्नैच में 88 और क्लीन एवं जर्क में 111 से कुल 199 किग्रा का वजन उठाया। इससे वह महज एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं।
यदि विनेश डिसक्वालीफाई नहीं हुई होती तो ओलंपिक के फाइनल में पहुंचकर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान होतीं। विनेश फोगाट ने सबसे पहले मैच में वर्ल्ड चैंपियन जापान की यूई सुसाकी को हरा दिया। भारत की विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट यूई सुसाकी को 3-2 से मात दी। इसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल मैच में यूक्रेन की खिलाड़ी को 7-4 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। वहीं सेमीफाइनल में गजमन को 5-0 से हराया।
Olympics 2024 India Medal Tally: Check Here
इसी बीच नीरज चोपड़ा ने पहले ही थ्रो में क्वालिफाई कर लिया। नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो क्वालिफाइंग के ग्रुप बी में अपना पहला थ्रो 89.34 मीटर का किया। यह थ्रो उनके बेस्ट थ्रो से 0.60 मीटर कम है। पेरिस ओलंपिक 2024 में जेवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंचने के लिए आटोमेटिक क्वालिफिकेशन मार्क 84 मीटर का है।
भारतीय एथलीट अविनाश साबले vs 3000 मीटर स्टेपलचेज के फाइनल इवेंट में 8:14.18 का समय निकाला। वह 11वें स्थान पर रहे।
मीराबाई चानू ने क्लीन एंड जर्क में 111 का भार उठाया। उनका कुल वजन 199 का रहा। इसके कारण वह चौथे स्थान पर रहीं। तीसरे स्थान पर रहने वाली थाईलैंड की सुरुदचाना ने उनसे केवल एक किलो ज्यादा वजन उठाया था। उनका कुल भार 200 किलो वजन था।
मीराबाई चानू ने क्वलीन एंड जर्क के अपने पहले अटेंप्ट में 111 का वजन उठाया लेकिन वह कामयाब नहीं हुईं। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 111 किलोग्राम का वेट उठाया।
विनेश फोगाट ने स्पोर्ट्स कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन में अपील दायर की ही। उन्होंने गोल्ड मेडल मैच खेलने की इजाजत मांगी। वहीं उन्होंने सिल्वर मेडल की भी मांग की है।
रोमानिया की मिहेला वैलेंशिया ने तीनों सही अटेंप्ट किए और उसमें 93 सर्वश्रेष्ठ रहा। वह फिलहाल सबसे ऊपर हैं। स्नैच के बाद मीराबाई तीसरे स्थान पर है।
मीराबाई चानू ने अपने दूसरे अटेंप्ट में 88 किलोग्राम का अटेंप्ट किया लेकिन वह वेट उठा नहीं पाईं। हालांकि तीसरी बार में उन्होंने यह वजन उठा लिया। चानू की ताकत स्नैच नहीं क्लीन एंड जर्क है।
मीरबाई चानू ने पहली कोशिश में 85 किलोग्राम का वजन उठाया। उन्हें इस लिफ्ट में बहुत मुश्किल नहीं हुई है। टोक्यो में मीराबाई ने पहले अटेंप्ट में 84 किलोग्राम का वजन उठाया था।
अब तक कई खिलाड़ी भार उठा चुके हैं। मीरबाई चानू ने स्नैच में 85 किलोग्राम रजिस्टर कराया है। उन्होंने कहा कि वह पहली कोशिश में 85 किलो का वजन उठाएंगी।
अब से कुछ समय बाद वेटलिफ्टर मीरबाईचानू एक्शन में होंगे। मीराबाई ने टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वह इस बार भी मेडल की बड़ी उम्मीद हैं।
भारत की ज्योति यर्राजी भी 100 मीटर हर्डल में फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाईं। वह 13.16 सेकंड का मैच निकालकर सातवें स्थान पर रहीं।
अंतिम पंघाल को हराने वाली तुर्की की रेसलर भी 5-2 से क्वार्टर फाइनल में हार गईं। इसका मतलब है कि अंतिम अब रेपेचेज राउंड से भी मेडल नहीं ला सकतीं। उनका सफर खत्म हो गया है।
भारत की युवा रेसलर अंतिम पंघाल पहले ही राउंड में बाहर गई। उन्हें राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में तुर्की के जेनेप येटगिल के खिलाफ 0-10 से मात मिली। अगर जेनेप फाइनल में पहुंचती हैं तो अंतिम को ब्रॉन्ज मेडल लाने का मौका मिलेगा।
भारत की अन्नु रानी का सफर भी खत्म हो गया है। उन्होंने अपने तीन थ्रो में 55.81, 53.22 और 53.55 का थ्रो किया। 55.81 को उनका बेस्ट थ्रो माना गया। इसके आधार पर अपने ही ग्रुप में टॉप 12 से बाहर हैं। उनके फाइनल में जाने की उम्मीद नहीं है।
भारतीय स्टार मनिका बत्रा को भी हार मिली। उन्हें जर्मनी की एनेट कॉफमैन से 11-8,5-11,7-11,5-11 से हार मिली। भारत अब 0-2 से पिछड़ रहा है।
भारतीय टेबल टेनिस टीम क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ 0-1 से पिछड़ रही है। भारत अपना डबल्स मुकाबला हार गया था।
विनेश फोगाट मंगलवार को ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान थीं। स्वर्ण पदक के लिए प्रबल दावेदार और दुनिया नंबर-1 रेसलर जापान की युई सुसाकी के खिलाफ उलटफेर किया। इसके बाद यूक्रेन और क्यूबा की पहलवानों पर शानदार जीत दर्ज की। फाइनल में उनका सामना सारा हिल्डेब्रांट से होना था, जिनके खिलाफ फोगाट का रिकॉर्ड बेहतर है, लेकिन अब अमेरिकी पहलवान को स्वर्ण पदक से सम्मानित
सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 100 ग्राम वजन कम करने का मौका देने के लिए कुछ और समय देने की गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यह पहली बार नहीं है जब फोगाट को 50 किलोग्राम वर्ग में जगह बनाने में मुश्किल हुई है। ओलंपिक क्वालिफायर के दौरान भी उन्हें इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था, जहां वह मुश्किल से कट में जगह बना पाई थीं।
इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि सभी बाधाओं को पार करते हुए फाइनल में पहुंचने वाली पहलवान विनेश का वजन मंगलवार रात को लगभग 2 किलो अधिक था। वह पूरी रात सोई नहीं और मापदंड को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सबकुछ किया। उन्होंने जॉगिंग से लेकर स्किपिंग और साइकिलिंग तक सबकुछ कर दिया।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारतीय पहलवान का वजन स्वीकार्य सीमा से लगभग 100 ग्राम अधिक था। इस कारण उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है। प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक, विनेश फोगाट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किग्रा भार में सिर्फ स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता होंगे।
विनेश फोगाट के लिए हृदयविदारक मोड़ यह है कि उनके पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने की आशंका है। वह अपने स्वर्ण पदक मुकाबले की सुबह अपना 50 किलोग्राम वजन बरकरार नहीं रख पाईं। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारतीय पहलवान का वजन स्वीकार्य सीमा से लगभग 100 ग्राम अधिक था। इस कारण उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है। प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक, विनेश फोगाट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किग्रा भार में सिर्फ स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता होंगे।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारतीय पहलवान का वजन स्वीकार्य सीमा से लगभग 100 ग्राम अधिक था। इस कारण उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है। प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक, विनेश फोगाट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किग्रा भार में सिर्फ स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता होंगे।इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारतीय पहलवान का वजन स्वीकार्य सीमा से लगभग 100 ग्राम अधिक था। इस कारण उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है। प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक, विनेश फोगाट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किग्रा भार में सिर्फ स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता होंगे।
विनेश फोगाट के लिए हृदयविदारक मोड़ यह है कि उनके पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने की आशंका है। वह अपने स्वर्ण पदक मुकाबले की सुबह अपना 50 किलोग्राम वजन बरकरार नहीं रख पाईं।
पहले हाफ तक जर्मनी की टीम ने भारत के खिलाफ 2-1 की लीड हासिल कर ली है। भारत के पास वापसी के लिए अभी पूरा एक हाफ बाकी है।
विनेश फोगाट के पास गोल्ड जीतने का मौका है। उनका फाइनल मुकाबला कल यानी सात अगस्त को खेला जाएगा।
विनेश फोगाट ने गजमन पर 5-0 की जीत के साथ इतिहास रच दिया है। उन्होंने अब 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल में जगह पक्की की है।
मैच के पहले ब्रेक तक विनेश फोगाट ने 1-0 की लीड बना रखी है। यह अंक उन्हें गजमन को मिले पैसिविटी टाइम के कारण मिला है।
विनेश फोगाट और गजमन मैट पर आ चुकी हैं। दोनों खिलाड़ी फाइनल के लिए अगले पांच मिनट तक अंक जुटाने की कोशिश करेंगी।
भारत को महिला रेसलिंग में अब तक एक ही मेडल हासिल हुआ है। साक्षी मलिक ने साल 2016 रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। आज तक कोई भारतीय महिला रेसलर सेमीफाइनल में नहीं पहुंची है।
विनेश फोगाट अब से कुछ देर में एक्शन में होंगी। वह सेमीफाइनल में यूसनेलिस गजमैन का सामना करेंगी। वर्ल्ड चैंपियन सुसाकी भी चाहेंगी कि विनेश यह मैच जीते ताकी वह ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेल सकें।
भारत के लिए आज की रात बहुत अहम है। भारत की हॉकी टीम और रेसलर विनेश फोगाट सेमीफाइनल मैच खेलने उतरेंगी। भारत के पास मेडल पक्का करने का मौका है।
आज के दिन के बड़े इवेंट
विनेश फोगाट (सेमीफाइनल) - रात 10:15 बजे
हॉकी (सेमीफाइनल) - रात 10:30 बजे
विनेश फोगाट पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। साल 2016 के रियो ओलंपिक में वह चोटिल हो गई थी वहीं टोक्यो में भी क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई थी।
