दुनिया के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ वीजा से जुड़ा मुकदमा जीत लिया है। मेलबर्न की फेडरल कोर्ट ने नोवाक जोकोविच के वीजा रद्द करने के ऑस्ट्रेलियाई सरकार के फैसले को गलत माना है। अदालत ने आदेश दिया है कि नोवाक जोकोविच का पासपोर्ट और अन्य जो भी सामान सरकार ने जब्त किया है, उसे तुरंत टेनिस खिलाड़ी को लौटा दिया जाए।

हालांकि, स्कॉट मॉरिसन की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने दूसरी बार उनका वीजा रद्द करने की धमकी दी है। फेडरल सर्किट कोर्ट के जज एंथोनी केली ने जोकोविच का वीजा बहाल कर दिया। जोकोविच गत बुधवार यानी 5 जनवरी 2022 को मेलबर्न पहुंचे थे। कोरोना टीकाकरण के कड़े नियमों के तहत मेडिकल छूट के लिए जरूरी शर्तें पूरी नहीं करने के कारण उनका वीजा रद्द कर दिया गया था।

जज ने सरकार को यह भी आदेश दिया कि फैसले के 30 मिनट के भीतर जोकोविच को मेलबर्न के पृथकवास होटल से बाहर किया जाए। सरकारी वकील क्रिस्टोफर ट्रान ने जज को बताया कि आव्रजन, नागरिकता, आप्रवास सेवा और बहुसांस्कृतिक विभाग के मंत्री एलेक्स हॉके तय करेंगे कि वीजा रद्द करने के लिए उन्हें निजी अधिकार का इस्तेमाल करना है या नहीं।

इसके मायने हैं कि जोकोविच को फिर निर्वासन झेलना पड़ सकता है। वह 17 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपन से बाहर हो सकते हैं। केली ने कहा, ‘अगर वीजा रद्द करने के अधिकार का प्रयोग करके इस व्यक्ति को देश से निकाला जाता है तो वह तीन साल तक ऑस्ट्रेलिया नहीं आ पाएंगे।’ ट्रान और उनकी टीम ने पुष्टि की कि ऐसा होने पर जोकोविच अगले तीन साल तक ऑस्ट्रेलिया नहीं आ सकेंगे।

जोकोविच ने अपने निर्वासन और वीजा रद्द किए जाने को आस्ट्रेलिया के फेडरल सर्किंट और फैमिली कोर्ट में चुनौती दी थी। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने जोकोविच का वीजा इसलिए रद्द किया था, क्योंकि कोरोना टीकाकरण नियमों में मेडिकल छूट पाने के मानदंडों पर वह खरे नहीं उतरते थे। जोकोविच ने कोरोना का टीका नहीं लगवाया था।

जोकोविच ने कहा कि उन्हें टीकाकरण का सबूत देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनके पास सबूत है कि वह पिछले महीने कोरोना संक्रमण का शिकार हुए थे। अदालत में पेश जोकोविच के दस्तावेजों में कहा गया है कि उन्होंने टीका नहीं लगवाया है। ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सा विभाग ने छह महीने के भीतर कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों को टीकाकरण मे अस्थायी छूट दी है।

सर्किट कोर्ट के जज केली ने पाया कि जोकोविच ने मेलबर्न हवाई अड्डे पर अधिकारियों को टेनिस ऑस्ट्रेलिया द्वारा उन्हें दी गई मेडिकल छूट के दस्तावेज सौंपे थे। जज ने जोकोविच के वकील निक वुड से पूछा, ‘सवाल यह है कि वह और क्या कर सकते थे।’

जोकोविच के वकील ने स्वीकार किया कि वह और कुछ नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा कि जोकोविच ने अधिकारियों की समझाने की काफी कोशिश की कि ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश के लिए वह जो कुछ कर सकते थे, उन्होंने किया। मामले की वर्चुअल सुनवाई कई बार बाधित हुई क्योंकि दुनिया भर से हजारों लोगों ने इसे देखने की कोशिश की थी। एक बार तो कोर्ट का लिंक भी हैक हो गया था।

नोवाक जोकोविच 20 बार ग्रैंडस्लैम जीत चुके हैं। वह 3 फरवरी 2020 से एटीपी की मेन्स सिंगल्स की रैंकिंग में नंबर वन पर बने हुए हैं। यदि वह एक खिताब और जीत लेते हैं तो रोजर फेडरर तथा राफेल नडाल से आगे निकल जाएंगे। वह 9 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके हैं।