भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के हाथों 209 रन से हार झेलनी पड़ी। टीम इंडिया को चौथी पारी में 444 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन वह 234 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। भारतीय टीम यदि 444 रन बना लेती तो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

अब इंग्लैंड की काउंटी सरे ने कुछ ऐसा ही कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। उसने काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन वन (County Championship Division One) चौथी पारी में 501 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया है। सरे की इस जीत में उसके ओपनर डोमिनिक सिबले, विकेटकीपर बेन फोक्स और जैमी स्मिथ ने अहम भूमिका निभाई। डोमिनिक सिबले 140 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 415 गेंद की अपनी पारी के दौरान 17 चौके लगाए।

जैमी स्मिथ ने सिबले के विपरीत तूफानी शतक लगाया। वह 77 गेंद में 114 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्हें भारत के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने बोल्ड किया। बेन फोक्स 124 रन बनाकर आउट हुए। बेन फोक्स और सिबले ने चौथे विकेट के लिए 207 रन की साझेदारी की। फोक्स ने 211 गेंद की अपनी पारी में 15 चौके और 2 छक्के लगाए।

काउंटी क्रिकेट के इतिहास में 98 साल बाद किसी टीम ने हासिल किया 500+ रन का लक्ष्य

काउंटी चैंपियनशिप के इतिहास में केवल एक बार किसी टीम ने जीत के लिए 500 से अधिक का पीछा किया है। इससे पहले 1925 में मिडिलसेक्स (Middlesex) ने नॉट्स को चार विकेट से हराकर 502 रन बनाए थे। तब ट्रेंट ब्रिज में पैटी हेंड्रेन ने नाबाद 206 रन की पारी खेली थी। वहीं, सरे की बात करें तो उसने दूसरी पारी 400 से ज्यादा रन का लक्ष्य हासिल किया है। इससे पहले सरे ने 2002 में इसी स्थान पर 410 रन का लक्ष्य हासिल किया था।

भारतीय युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने अपने पहले काउंटी मैच में लिए 4 विकेट

अर्शदीप सिंह ने विल जैक्स को भी पवेलियन की राह दिखाई, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाई। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) ने विल जैक्स को 3.2 करोड़ रुपए में खरीदा था, लेकिन 2023 का सीजन शुरू होने से पहले ही इंग्लैंड के ऑलराउंडर ने अपना नाम वापस ले लिया था। अर्शदीप सिंह का काउंटी में यह पहला मैच था। उन्होंने दोनों पारियों में 2-2 विकेट लिए।