बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल लेकर आर अश्विन ने भारत की 280 रन की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। अश्विन के ऐसे प्रदर्शन के बाद विराट कोहली उन्हें झुककर सलाम करते हुए देखे गए थे जबकि कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें शानदार करार दिया था, लेकिन पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने उन्हें इग्नोर करते हुए रविंद्र जडेजा को मौजूदा समय में दुनिया का बेस्ट टेस्ट ऑलराउंडर करार दिया।
अश्विन नहीं जडेजा हैं बेस्ट ऑलराउंडर
आकाश चोपड़ा ने दावा किया कि रविंद्र जडेजा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। चेन्नई टेस्ट मैच में अश्विन का प्रदर्शन तो लाजवाब था ही, लेकिन जडेजा ने भी 86 रन की पारी खेली थी और 5 विकेट लेने में सफल रहे थे। आकाश चोपड़ा के मुताबिक जडेजा ने पिछले कुछ साल में सभी को लगातार पीछे छोड़ा है और एक शानदार ऑलराउंडर बनने का उनका सफर शानदार रहा है। जडेजा शुरुआत में अपनी स्पिन गेंदबाजी और बेहतरीन फील्डिंग के लिए जाने जाते थे, लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को भी निखारा और खेल के तीनों प्रारूपों में भारत के मजबूत स्तंभ बने।
जडेजा के पास गेंद और बल्ले दोनों के साथ एक समान प्रदर्शन करने की क्षमता है और इसकी वजह से ही वो भारतीय टीम के लिए अहम खिलाड़ी हैं। आकाश ने स्वीकार किया कि अश्विन ने पहले टेस्ट मैच में भारत की 280 रन से जीत के दौरान शतक लगाया और 6 विकेट लिए, लेकिन जडेजा इस अनुभवी ऑफ स्पिनर से कहीं बेहतर हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जडेजा और अश्विन का कोई मुकाबला नहीं है। जड्डू ना सिर्फ एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज और स्पिनर हैं बल्कि एक बेहतरीन फील्डर भी हैं।
आकाश चोपड़ा ने कलर्स सिनेप्लेक्स के हवाले से कहा कि अगर हम बिल्कुल ठंडे आंकड़ों और पिछले दो साल की बात करें तो जडेजा दुनाया के नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर हैं। इस समय उनसे बेहतर ऑलराउंडर कोई नहीे है। वैसे अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में शतक लगाया और 6 विकेट लिए तो उन पर चर्चा होगी, लेकिन अगर आप इन दोनों की तुलना करें तो इस समय बेस्ट ऑलराउंडर कौन है तो वह रविंद्र जडेजा हैं।
आकाश ने आगे कहा कि उनका विकास गजब का रहा है क्योंकि जब उन्होंने शुरुआत की थी तब वो एक बल्लेबाज भी थे (अश्विन की तरह) एक शानदार फील्डर थे और इतनी तेज गेंदबाजी करते थे कि आप पूछते थे वह विकेट कैसे लेंगे। आकाश ने आगे कहा कि पहले ऐसी सबकी सोच थी कि जडेजा अनुकूल परिस्थितियों में ही विकेट ले सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस धारणा को बदल दिया है। चेपक स्टेडियम में जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच के आखिरी दिन सात विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, जिसमें करुण नायर ने तिहरा शतक बनाया था।