भारतीय महिला फुटबॉल टीम नेपाल में खेली सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में जगह नहीं बना पाई है। टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में मेजबान नेपाल के हाथों ही पेनल्टी शूटआउट में हार मिली। भारतीय टीम के लिए यह मैच एक बुरी याद बन गई। इसका कारण टीम की हार नहीं है बल्कि इस मैच के दौरान उनके साथ हुआ बर्ताव है। भारतीय टीम पर फैंस ने पानी की बोतलें फेकने लगे और दो बार मैच रुका।

भारत ने हासिल की थी बढ़त

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने साउथ एशियन फुटबॉल महासंघ (सैफ) को पत्र लिखने का निर्णय लिया है जिसमें नेपाल के काठमांडू में भारत के खिलाफ सैफ महिला चैंपियनशिप सेमीफाइनल के दौरान रैफरी के निर्णय के विरोध में एक घंटे से अधिक समय तक खेल रोके रखने के बारे में बताया जाएगा।

62वें मिनट में भारत की संगीता बासफोर के शानदार शॉट के साथ टीम को 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद नेपाल ने “बराबरी” का गोल दागा, जिसे रेफरी ने नकार दिया। इसी के बाद हंगामा शुरू हुआ। इसके बाद मैच 70 मिनट से अधिक समय तक रुका रहा क्योंकि नेपाल ने रैफरी के फैसले का विरोध करते हुए खेल जारी रखने से इनकार कर दिया।

नेपाल के दर्शकों ने भारतीय खिलाड़ियों पर फेंकी बोतलें

इसी दौरान नेपाल के फैंस भी भड़क गए। उन्होंने खिलाड़ियों पर पानी की बोतले और अन्य चीजें फेंकने लगे। गेम दोबारा शुरू होने के लिए नेपाल के खिलाड़ियों को दर्शकों से अपील करनी पड़ी। नेपाल की खिलाड़ी को तब तक रेड कार्ड मिल गया था।

रेफरी ने नहीं किया भारतीय टीम का इंतजार

भूटान के रेफरी ओम चोकी ने धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा की और मैच अधिकारियों और नेपाल की टीम के बीच काफी चर्चा के बाद मैच फिर से शुरू हुआ। 70वें मिनट में भारत की संगीता ने दूसरा गोल दागा। भारतीय टीम ने इसका जश्न मनाना शुरू किया। इससे पहले की खिलाड़ी अपनी जगह पर जाते रेफरी ने गेम शुरू कर दिया।

इसका फायदा नेपाल ने उठाया 2-2 से स्कोर बराबर किया। भारत ने इसका विरोध किया और मैच फिर से रुक गया। भारत इस गोल को अमान्य मान रहा था वहीं नेपाल रेफरी से गोल को मान्य करने की बात कर रहा था। इस कारण मैच फिर से रुक गया। पेनल्टी शूटआउट में नेपाल ने मैच अपने नाम किया।

एआईएफएफ करेगा शिकायत

इस घटना ने एआईएफएफ को नाराज कर दिया। एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने रविवार 27 अक्टूबर 2024 को नेपाल के काठमांडू में सैफ महिला चैंपियनशिप 2024 सेमीफाइनल के दौरान हुई घटनाओं पर ध्यान दिया है।’’ बयान के अनुसार, ‘‘एआईएफएफ इन घटनाओं के संबंध में सैफ को पत्र लिखेगा और उचित मंच पर इस मुद्दे को उठाएगा। भारत की अंडर-19 महिला टीम को हाल ही में सैफ टूर्नामेंट में लगभग इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था और एआईएफएफ का मानना ​​है कि इस तरह की चीजें क्षेत्र में फुटबॉल के विकास के लिए अच्छी नहीं हैं।’’