नेपाल की टीम ने वेस्टइंडीज को टी20 सीरीज हराकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ दी है। एक एसोसिएट नेशन ने दो बार की टी20 विश्व चैंपियन टीम को टी20 सीरीज में पहली बार मात दी है। जहां नेपाल की टीम के लिए यह गौरव का पल है। वहीं विंडीज के लिए इस हार से शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है। हालांकि, तीसरा मुकाबला वेस्टइंडीज ने 10 विकेट से अपने नाम जरूर किया मगर पिछले दो मुकाबलों में उसी बुरी तरह शिकस्त भी झेलनी पड़ी थी। वहीं नेपाल के सलामी बल्लेबाज और ऑलराउंडर कुशल भुर्तल को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। इस अवॉर्ड को पाते ही उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।

कुशल भुर्तल के आगे ढेर हुए विश्व चैंपियन

आपको बता दें कि कुशल भुर्तल एक शानदार आतिशी बल्लेबाज के साथ-साथ एक बेहतरीन गेंदबाज भी हैं। उन्होंने टी20 सीरीज के पहले दो मैचों में बल्ले से निराश किया और सिर्फ क्रमश: 6 व 2 रन की पारियां खेलीं। मगर गेंद से उन्होंने कुल 5 विकेट लेकर नेपाल को सीरीज में अजेय बढ़त दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फिर तीसरे मुकाबले में उन्होंने बल्ले से भी 39 रनों का योगदान दिया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। इसी के साथ वे आईसीसी की किसी एसोसिएट टीम के दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिसे फुल मेंबर टीम के खिलाफ इस अवॉर्ड से नवाजा गया।

100 के अंदर सिमट गई थी वेस्टइंडीज…

इस सीरीज में वेस्टइंडीज टीम ने बेहद खराब प्रदर्शन किया खासतौर से पहले दो मैचों में। पहले मुकाबले में नेपाल की टीम ने 19 रनों से मुकाबला जीता था। वहीं दूसरे मैच में विंडीज की टीम नेपाल के 173 रन के स्कोर के जवाब में सिर्फ 83 रन बनाकर ही ढेर हो गई। किसी एसोसिएट नेशन के खिलाफ विश्व चैंपियन टीम ऐसा शर्मनाक प्रदर्शन करेगी यह किसी ने नहीं सोचा होगा। तीसरे मैच में हालांकि, टीम ने कुछ हद तक वापसी की लेकिन तब तक सीरीज नेपाल के कब्जे में आ चुकी थी। इस मैच में वेस्टइंडीज ने 123 रन का लक्ष्य बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया।

अगर मौजूदा आईसीसी टी20 टीम रैंकिंग की बात करें तो वेस्टइंडीज की टीम नंबर 6 पर काबिज है। वहीं नेपाल की टीम 18वें स्थान पर मौजूद है। इस सीरीज के बाद निश्चित ही आगामी रैंकिंग में नेपाल को फायदा हो सकता है। इससे पहले एशियन गेम्स में भी नेपाल की टीम ने मंगोलिया के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टी20 क्रिकेट के कई विश्व रिकॉर्ड बना दिए थे। नेपाल ने उस मैच में 314 रन बनाए थे और पहली ऐसी टीम बनी थी जिसने टी20 क्रिकेट में यह 300 का आंकड़ा छुआ था। हालांकि, बाद में जिम्बाब्वे ने 2024 में 344 रन बनाकर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था।