भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में देश के लिए सिल्वर मेडल जीता। यह ओलंपिक खेलों में नीरज का दूसरा मेडल था लेकिन पोडियम पर खड़े नीरज की आंखो में निराशा साफ नजर आ रही थी। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल जीता था। नीरज सिल्वर जीतकर भी देश नहीं लौटे। वह डायमंड लीग खेलने पहुंचे लेकिन वहां भी केवल एक सेंटीमीटर के अंतर से चूक गए।
नदीम ने तीन बार पार किया 90 मीटर का आंकड़ा
नीरज अब तक 90 मीटर का आंकड़ा नहीं छू सके हैं जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम तीन बार यह कारनामा कर चुके हैं। नीरज ने भारत लौटने के बाद अब बड़ा फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीरज चोपड़ा को अब नए कोच की खोज है। वह अब तक बायोमैकेनिक्स एक्सपर्ट डॉ. क्लॉस बार्टोनिएट्ज़ के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। नीरज लगातार कोशिश के बावजूद 90 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके। इसी कारण अब उन्होंने बदलाव का फैसला किया है। वह चाहते हैं कि नए कोच के साथ उन्हें नए परिणाम मिले।
नीरज को नए कोच की जरूरत
सर्कल ऑफ स्पोर्ट ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला के हवाले से कहा, “उन्होंने (बार्टोनिट्ज) ने हमें बताया कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और अब समय आ गया है कि नीरज एक (नए) कोच के साथ काम करें जो उनके खेल को और आगे बढ़ा सके।”
बदलाव चाहते हैं नीरज चोपड़ा
वहीं नीरज ने कहा, “हम कई बार देखते हैं कि हम एक ही प्लान को फॉलो कर रहे हैं और एक ही एक्सरसाइज कर रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि मुझे कुछ बदलाव लाना चाहिए। एक जर्मन शॉट पुटर था जिसने कहा था कि यदि आप एक ही काम कर रहे हैं तो अलग-अलग परिणामों की उम्मीद न करें। अब मुझे लगता है कि मुझे अपना वर्कआउट और अपनी मानसिकता बदलनी होगी। मुझे लगता है कि इससे फर्क पड़ सकता है।”
जर्मनी के बार्टोनिट्ज के कार्यकाल के दौरान चोपड़ा ने काफी सफलता हासिल की। नीरज ने टोक्यो 2020 में ओलंपिक गोल्ड मेडल, 2022 में डायमंड लीग खिताब और 2023 में वर्ल्ड चैंपियनशिप जीते। वहीं 2023 में उन्होंने एशियन गेम्स भी गोल्ड मेडल जीता।