टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की नजर अगले साल पेरिस में इतिहास रचने पर है। नीरज चोपड़ा 2024 पेरिस ओलंपिक में खिताब का बचाव करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं। नीरज चोपड़ा यदि पेरिस में भी गोल्ड मेडल जीत जाते हैं तो वह निजी स्पर्धा में दो ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन जाएंगे।

सुपरस्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को एक वेबनायर में कहा कि वह अगले साल पेरिस में अपना ओलंपिक स्वर्ण पदक और 2025 में अपना विश्व चैंपियनशिप खिताब बरकरार रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। बुडापेस्ट में विश्व खिताब जीतने के बाद 25 साल के नीरज चोपड़ा रविवार 27 अगस्त 2023 को ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप खिताब दोनों जीतने वाले इतिहास के तीसरे भाला फेंक एथलीट बन गए।

यह पूछने पर कि क्या वह चेक गणराज्य के महान एथलीट जान जेलेज्नी की उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। जान जेलेज्नी के नाम 3 ओलंपिक और 3 विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हैं। इस पर नीरज ने कहा, ‘अगर मैं प्रेरित बना रहता हूं और अपने खेल पर फोकस बनाए रखता हूं तो सबकुछ संभव है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी कोशिश है कि मुझे मेरा खिताब फिर से दोहराना है। मुझे इसके लिए जितनी भी मेहनत करने की जरुरत होगी, मैं करूंगा।’

नीरज चोपड़ा से पहले जेलेज्नी और नार्वे के आंद्रियास थोरकिल्डसन ने लगातार ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप खिताब जीते थे। जान जेलेज्नी इस भारतीय सुपरस्टार के आदर्श भी हैं। जान जेलेज्नी ने 1992, 1996 और 2000 में ओलंपिक स्वर्ण पदक, जबकि 1993, 1995 और 2001 में विश्व चैंपियनशिप खिताब जीते हैं। थोरकिल्डसन ने 2008 ओलंपिक और 2009 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते थे।

नीरज ने हालांकि, स्वीकार किया कि अगले साल पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक का बचाव करना बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा, ‘टोक्यो में पहला ओलंपिक खिताब जीतना बड़ी चुनौती थी। अब उसका बचाव करना इससे भी बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि फिर से हर एथलीट पूरी तैयारी के साथ आएगा। इसमें टोक्यो ओलंपिक से भी ज्यादा दबाव होगा, क्योंकि इसमें पहले से कहीं ज्यादा उम्मीदें होंगी। यहां तक कि मेरी भी खुद से उम्मीदें हैं।’

खुद को चोट से बचाने होगा सबसे बड़ी बात: नीरज

नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘लेकिन मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज खुद को चोट से बचाने की होगी। मुझे स्वस्थ और चोटों से मुक्त रहना होगा ताकि मैं अपने सभी खिताब फिर से जीत सकूं।’ नीरज चोपड़ा गुरुवार को ज्यूरिख डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहे थे। नीरज चोपड़ा ने बताया था कि विश्व चैंपियनशिप से पहले उन्हें खांसी और गले में तकलीफ थी।

उन्होंने कहा, ‘मैं पहले यह बताना नहीं चाहता था क्योंकि लोग इसे बहाना समझ सकते थे, लेकिन क्वालिफिकेशन दौर से पहले मुझे खांसी और गले में दर्द था। मुझे परेशानी हो रही थी। ज्यूरिख में भी मुझे समस्या हो रही है। मैं ठीक हो जाऊंगा। एक एथलीट का जीवन ऐसा ही होता है।’