टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हुई है। भाला फेंक के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा की ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की ऐतिहासिक जीत को विश्व एथलेटिक्स ने टोक्यो में ट्रैक एवं फील्ड के 10 जादुई पलों में शामिल किया है।
यही नहीं, गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा के सोशल मीडिया फॉलोवर्स की संख्या में भी बाढ़ आ गई है। ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद इंस्टाग्राम (Instagram) पर उनके फॉलोवर्स की संख्या 22 गुना हो गई है। वह दुनिया में सबसे ज्यादा इंस्टाग्राम फॉलोवर्स वाले एथलीट (ट्रैक एंड फील्ड) बन गए हैं। तेईस साल के नीरज चोपड़ा ने शनिवार यानी 7 अगस्त 2021 को 87.58 मीटर भाला फेंककर देश को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक दिलाया था।
नीरज ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। विश्व एथलेटिक्स की वेबसाइट के अनुसार, ‘इस खेल को बेहद करीब से जानने वाले ही ओलंपिक खेलों से पहले नीरज चोपड़ा के बारे में जानते थे, लेकिन टोक्यो में भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) की जीत तथा ओलंपिक इतिहास में भारत का एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक विजेता बनने के बाद हर किसी की जुबान पर नीरज चोपड़ा का नाम चढ़ गया।’
विश्व एथलेटिक्स ने कहा कि ओलंपिक से पहले चोपड़ा के इंस्टाग्राम पर 143,000 फालोअर्स थे। हालांकि अब उनके फालोअर्स की संख्या 34 लाख हो गई है, जो पहले के मुकाबले 22 गुना से ज्यादा है। इससे वह विश्व में ट्रैक एवं फील्ड के ऐसे एथलीट बन गए है, जिनके इंस्टाग्राम पर सबसे अधिक फॉलोअर्स हैं। जिम्नास्ट की दिग्गज नादिया कोमानेची उन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने ट्विटर पर नीरज चोपड़ा को बधाई दी थी।
टोक्यो में स्वर्ण जीतने के बाद पोस्ट किए गए एक ट्वीट में चोपड़ा ने कहा था, ‘अब भी इस भावना को जी रहा हूं। पूरे भारत और देश के बाहर, आपके समर्थन और आशीर्वाद के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचने में मदद की है। यह पल हमेशा मेरे साथ रहेगा।’
इस बीच, नीरज चोपड़ा का एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है। उस वीडियो में एंकर ने उनसे अंग्रेजी में सवाल पूछा था, तब उन्होंने कहा कि भाई हिंदी में पूछ लो। नीरज चोपड़ा ने स्वदेश लौटने के बाद भी उस इंटरव्यू का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘हां मुझे याद है, मैं एक अवार्ड फंक्शन में गया था। यह सही है कि मेरी इंग्लिश इतनी अच्छी नहीं है। तब ही मैंने उनसे बोला था कि हिंदी में बात कर लेते हैं। भारत में लोग अंग्रेजी बोलते हैं। मुझे लगता है कि हिंदी को सपोर्ट करना चाहिए।’