ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और हाल ही में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने कहा है कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकि है। दिल्ली में मंगलवार को एक इवेंट के दौरान नीरज ने कहा कि वह अभी अपनी तकनीक पर बहुत काम कर रहे हैं और अगले साल 90 मीटर की बाधा को पार कर सकते हैं। नीरज ने कहा कि यह साल अच्छा गया। हालांकि कुछ दिक्कतें भी आईं, मुझे भी इंजरी की दिक्कत थी, जिसकी वजह से कुछ प्रतियोगिता रह भी गईं।

मेरा बेस्ट आना बाकी है- नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा ने कहा कि इस साल सबसे बड़ा टारगेट वर्ल्ड चैंपियनशिप का था, लेकिन उससे पहले इंजरी हो गई तो दिमाग गड़बड़ा गया था, लेकिन मैंने इंजरी पर काम किया और वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर और गोल्ड मेडल आया। नीरज चोपड़ा ने ‘आप्टिमम न्यूट्रीशन’ से जुड़ने की घोषणा के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा,‘‘मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है। मुझे लंबे समय तक किसी प्रतिस्पर्धा में यह महसूस नहीं हुआ कि यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है या उसके आसपास है।”

6 सेंटमीटर और हासिल हो सकता है- नीरज

नीरज ने आगे कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि मेरी थ्रो में अभी 6 सेंटीमीटर हासिल किया जा सकता है। नीरज ने स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर का थ्रो फेंका था। नीरज ने कहा कि उस समय मैं एक लाइन पीछे था । अगर थोड़ा आगे बढकर थ्रो फेंकता तो 90 मीटर जाता ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे कोच का मानना है कि 60 प्रतिशत काम टांग का और बाकी ऊपरी शरीर का होता है । पैरों की भूमिका अहम है । मुझे इसमें सुधार करना होगा ।’’

पेरिस में दूंगा 100 प्रतिशत- नीरज चोपड़ा

पेरिस की तैयारियों को लेकर नीरज ने कहा कि मुझे जब इंजरी हुई तो मैं जर्मनी जाकर डॉक्टर से मिला और इंजरी पर काफी काम किया। अब मैं पहले बहुत बेहतर हूं। नीरज ने कहा कि फ्लैक्सिबिलिटी में कोई दिक्कत नहीं है। हाथ की रफ्तार भी अच्छी है। अगले साल तक अपनी तकनीक पर काम करूंगा और सबकुछ ठीक रहा तो पेरिस ओलंपिक में अपना 100 प्रतिशत दूंगा।

गोल्डन बॉय ने जेना को कहा थैंक्यू

नीरज ने इस दौरान एशियन गेम्स में अपने प्रदर्शन के लिए भारत के युवा जैवलिन थ्रोअर किशोर जेना को शुक्रिया अदा किया। नीरज ने कहा कि मैं एशियन गेम्स में जेना को देखकर काफी मोटिवेट हुआ था। मैंने देखा कि उसने इस एशियन गेम्स में अपना थ्रो 8-10 मीटर बढ़ा लिया था और यह देखकर मैं बहुत इंप्रेस हुआ। नीरज ने कहा कि मैंने जब अपना पहला थ्रो किया था तो खुद को काफी थका हुआ महसूस कर रहा था, लेकिन जब मैंने जेना का थ्रो देखा तो अंदर एक अलग सी एनर्जी आ गई। जेना के थ्रो ने मुझे मोटिवेट किया और इसके लिए मैं उसे थैंक्यू कहना चाहता हूं।