भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश जब टर्फ पर होते हैं तो विरोधियों के लिए गोल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। सालों से टीम इंडिया की दीवार बने श्रीजेश असल जिंदगी में भी हर समय चौकन्ना और सतर्क रहते हैं। उनका गोलकीपर दिमाग टर्फ के बाहर भी उसी तरह चलता है। उनकी इस आदत का पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भारतीय और पूर्व भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री को नुकसान हो चुका है।
श्रीजेश ने बचाई थी भाई की बियर
इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एस्कचेंज में पीआर श्रीजेश ने बताया कि असल जिंदगी में वह अधिकतर एक गोलकीपर की तरह रिएक्ट करते हैं। उन्होंने किस्सा शेयर करते हुए कहा, ‘मैं अपने कजिन के घर पर था। उसके फ्रिज में चार बियर थी। जैसे ही फ्रिज खुला वह बोतलें गिरने वाली थीं लेकिन मैंने सभी बोतलें पकड़ ली। तब मेरे भाई ने मेरी टांग खिंचते हुए कहा कि पहली बार उसे मेरे गोलकीपर होने का फायदा हुआ है।’
सुनील छेत्री और धोनी भी हो गए थे परेशान
श्रीजेश के मुताबिक कोई भी चीज उनकी तरफ फेंकी जाती है तो वह उसे कैच नहीं करते बल्कि उसे खुद से दूर करने की कोशिश करते हैं। सेलिब्रिटी फुटबॉल मैच में उनकी इसी आदत से सुनील छेत्री परेशान हो गए थे। उन्होंने कहा, ‘हम एक सेलिब्रिटी मुकाबला खेल रहे थे, छेत्री भाई ने मुझसे कहा कि जब गेंद आए तो उसे कैच करना। तब मैंने कह दिया हां कर लूंगा। लेकिन जब भी गेंद आती थी मैंने उसे किक कर देता था। आखिरकार धोनी भाई ने कहा कि रहने दो इसको बॉल कैच करने की आदत नहीं है तो उसे ऐसा ही करने दो।’
श्रीजेश मानते हैं कि टोक्यो ओलंपिक के बाद गृहराज्य केरल में हॉकी की लोकप्रियता बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक के बाद कुछ तो बदला है। लोग हॉकी खेलना चाहते हैं। गोलकीपर बनना चाहते हैं। आपको ऐसा कुछ करते रहना होगा कि बच्चे प्रेरित होते रहें।’