जिम्बाब्वे दौरे पर भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को केवल दो बार बल्लेबाजी करने का मौका मिला। धोनी ने दोनों बार टी20 मैचों में बैटिंग की। इनमें से एक मौके पर उनके पास टीम को जिताने का मौका था लेकिन साथी बल्लेबाजों की गलती के कारण धोनी ऐसा नहीं कर पाए। वहीं दूसरे मैच में वे दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। उन्होंने 30 गेंदों का सामना किया और 28 रन बनाए। इसमें दो चौके शामिल थे।
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भारतीय मीडिया इलेवन और जिम्बाब्वे मीडिया इलेवन के मैच के दौरान धोनी को खेलने के लिए बुलाया गया। उन्हें मैच में भारतीय मीडिया इलेवन की टीम ने ओपनिंग कराने का वादा भी किया लेकिन धोनी ने मना कर दिया। उन्होंने कहा, नहीं, नहीं, नहीं…। वहां पे भी कीपिंग कराके भेज दोगे।” ऐसा कहते हुए वे ड्रेसिंग रूम में घुस गए। धोनी ने पहला टी20 हारने के बाद कहा भी था कि वे चाहते तो ऊपर बल्लेबाजी कर सकते थे। लेकिन युवा बल्लेबाजों को मौका देना जरूरी था।
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रोचक बात है कि धोनी जिम्बाब्वे दौरे के चलते ही सुर्खियों में आए थे। 2003 में धोनी जब इंडिया ए के हिस्सा थे तो जिम्बाब्वे दौरे पर उन्होंने कई शानदार पारियां खेली थी। इसके बाद ही उन्हें टीम इंडिया में जगह मिला था।
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