भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने मंगलवार 14 अक्टूबर 2025 को ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के दौरे से बाहर रखे जाने पर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए उनकी उपलब्धता साबित करती है कि वह फिट हैं और इस बारे में चयन समिति को अपडेट करना उनका काम नहीं है।

मोहम्मद शमी ने आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और वरुण चक्रवर्ती के साथ देश के शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। शमी 2023 विश्व कप के बाद से टखने और घुटने की बार-बार होने वाली चोटों से जूझ रहे हैं, जिसके कारण सर्जरी की आवश्यकता होती है।

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35 वर्षीय मोहम्मद शमी पिछले कुछ समय से भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। मोहम्मद शमी ने आखिरी बार जून 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेला था। ईडन गार्डन में उत्तराखंड के खिलाफ बंगाल के पहले रणजी मैच की पूर्व संध्या पर मोहम्मद शमी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने पहले भी कहा है… चयन मेरे हाथ में नहीं है। अगर फिटनेस का कोई मुद्दा है, तो मुझे बंगाल के लिए नहीं खेलना चाहिए।’

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19 अक्टूबर से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए भारत की सीमित ओवरों की टीम में जगह न मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मुझे इस पर बोलने और विवाद खड़ा करने की जरूरत नहीं है। अगर मैं चार दिवसीय (रणजी ट्रॉफी) खेल सकता हूं तो मैं 50 ओवरों का क्रिकेट भी खेल सकता हूं।

अपडेट देना या मांगना मेरी जिम्मेदारी नहीं है- शमी का बयान वायरल

शमी ने कहा कि चयनकर्ताओं को अपनी फिटनेस की जानकारी देना उनका काम नहीं है। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टीम की घोषणा के बाद कहा था कि उनके पास शमी की फिटनेस के बारे में कोई जानकारी नहीं है। शमी ने कहा, अपडेट देने की बात करें तो अपडेट देना या अपडेट मांगना मेरी जिम्मेदारी नहीं है। अपनी फिटनेस के बारे में अपडेट देना मेरा काम नहीं है।

मोहम्मद शमी ने साफ शब्दों में कहा, मेरा काम एनसीए (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) जाना, तैयारी करना और मैच खेलना है। वह उनकी बात है, उन्हें कौन अपडेट देता है, किसने नहीं दिया। यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है। मोहम्मद शमी का इशारा स्थापित मानदंडों की ओर था, जिसके तहत सीओई को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करना आवश्यक है।

2023 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे शमी

मोहम्मद शमी 2023 विश्व कप में भारत के उपविजेता बनने के दौरान सात मैचों में 24 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। अनुभवी तेज गेंदबाज शमी को एड़ी में चोट लग गई और उन्हें अपने अकिलीज टेंडन के इलाज के लिए सर्जरी करानी पड़ी। घुटने में बार-बार होने वाले दर्द के कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए नजरअंदाज कर दिया गया था, लेकिन शमी ने इस साल मार्च में भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले अभियान में शानदार भूमिका निभाई।

बंगाल के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्होंने सर्जरी और रिहैब के बाद से सही प्रक्रिया का पालन किया है और कुछ समय से मैच के लिए तैयार हैं। मोहम्मद शमी ने इस सीजन में दलीप ट्रॉफी में पूर्वी क्षेत्र के लिए खेलते हुए वापसी की। भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुज़र रही है, लेकिन शमी आशावादी तो हैं ही, साथ ही व्यावहारिक भी हैं। उन्होंने कहा, मैं हमेशा कहता हूं कि आपको अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन करना चाहिए। यह देश का मामला है। देश को जीतना चाहिए। हम सभी को खुश रहना चाहिए। मैं हमेशा यही कहता हूं।

मैं बस तैयारी कर सकता हूं, चयन मेरे हाथ में नहीं; अनदेखी पर बोले शमी

शमी ने कहा, लड़ते रहो, खेलते रहो। अगर तुम अच्छा प्रदर्शन करोगे, तो इसका फायदा तुम्हें भी होगा। चयन मेरे हाथ में नहीं है। मैं बस तैयारी कर सकता हूं और मैच खेल सकता हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है… अगर आप मुझे नहीं चुनते, तो मैं यहां आकर बंगाल के लिए खेलूंगा। मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। शमी ने कहा कि क्रिकेट जैसे खेल में एक खिलाड़ी हमेशा निरंतर प्रदर्शन नहीं कर सकता।

दर्द में नहीं खेलना चाहता, मजबूत वापसी करूंगा: मोहम्मद शमी

मोहम्मद शमी ने कहा, मैं दर्द में नहीं खेलना चाहता और न ही टीम को परेशानी में डालना चाहता हूं। मैं ऑपरेशन के बाद वापसी करना चाहता था। मजबूत वापसी करना चाहता था। मैं यही करने की कोशिश कर रहा हूं। जब भी वे (चयनकर्ता) मुझे भेजना चाहेंगे, मैं खेलने के लिए तैयार हूं। मोहम्मद शमी ने 64 टेस्ट, 108 वनडे और 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

रणजी ट्रॉफी में खेलना शर्म की बात नहीं: मोहम्मद शमी

मोहम्मद शमी ने कहा कि वह अब भी घरेलू क्रिकेट को महत्व देते हैं, क्योंकि यह किसी भी क्रिकेटर की असली परीक्षा होती है। उन्होंने कहा, ‘पुराने जमाने में, रणजी ट्रॉफी किसी के लिए भी एक बड़ा स्तर हुआ करता था। लेकिन आज हमारे पास एक मंच है और आपको लगता है कि रणजी ट्रॉफी जैसे जूनियर क्रिकेट में वापस जाना ‘अपमानजनक’ है।’

महत्वपूर्ण है रणजी ट्रॉफी

मोहम्मद शमी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता। आपको चार दिवसीय क्रिकेट खेलना चाहिए। शमी ने कहा, अगर यह शर्त है कि रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने पर ही आपको टीम में जगह मिलेगी, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। इसमें कोई शक नहीं कि आपको अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए।’