पाकिस्तान के ओपनर मोहम्मद रिजवान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 52 गेंदों पर 67 रन की शानदार पारी खेली। लेकिन इस मुकाबले के कुछ घंटों पहले तक वे आईसीयू में भर्ती थे इस बात का खुलासा किया था उनकी ही टीम के बल्लेबाजी सलाहकार मैथ्यू हेडन ने। वहीं अब ये बात भी सामने आ रही है कि रिजवान के इलाज में एक भारतीय डॉक्टर ने अहम भूमिका निभाई।
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दुबई के मीडिओर (Medeor) हॉस्पिटल में भारतीय मूल के डॉक्टर सहीर सैनलअबदीन ने ही उनका इलाज किया। जिस तरह से रिजवान रिकवर होकर मैदान पर पहुंचे और उन्होंने अपनी टीम के लिए शानदार खेल दिखाया उसको देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान रहे गए।
उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान रिजवान लगातार एक ही बात बोल रहे थे कि, मुझे खेलना है और मुझे टीम के साथ रहना है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 52 गेंदों पर 67 रनों की शानदार पारी खेलने से पहले वे तकरीबन 30 घंटे तक आईसीयू में भर्ती रहे और चेस्ट इंफेक्शन के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे।
डॉक्टर ने बताया कि, 9 नवंबर को रात 12.30 बजे फीवर और लगातार खांसी के कारण सीने में दिक्कत और कार्डियक पेन के चलते रिजवान को हॉस्पिटल लाया गया। उनका दर्द असहनीय था और टेस्ट के बाद ये पता चला कि उन्हें सीरियस लन्ग इन्फेक्शन हुआ है। जिसको सही होने में आमतौर पर 5 से 7 दिन लगते हैं।
उन्होंने बताया कि, लगातार दर्द और दिक्कतों के कारण उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया। वे लगभग 35 घंटे आईसीयू में रहे लेकिन वे बहुत ही ज्यादा कॉन्फिडेंट और स्ट्रॉन्ग थे। उनके मन में बस एक ही बात थी सेमीफाइनल मुकाबला। वे इस अहम मुकाबले में किसी भी तरह खेलना चाहते थे। जिस गति से उनकी रिकवरी हुई वह देखकर मैं काफी हैरान भी हूं।
गतिशील रिकवरी और हिम्मत के चलते उनके टेस्ट बुधवार को जब किए गए तो वे काफी हद तक सही आ गए थे। जिस कारण उन्हें मैच से एक दिन पहले बुधवार दोपहर को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। उन्होंने भारतीय मूल के डॉक्टर सहीर को अपने द्वारा साइन की हुई पाकिस्तान क्रिकेट टीम की टी-शर्ट भी भेंट की। उसके बाद अगले दिन सेमीफाइनल में हारकर भी वे किस तरह हीरो बने वह सबके सामने है।
मोहम्मद रिजवान ने कप्तान बाबर आजम के साथ पारी की शुरुआत की। उन्होंने 52 गेंदों पर 67 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली जिसमें 3 चौके और 4 छक्के शामिल थे। 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर वे आउट हुए और अपनी टीम के लिए सर्वाधिक रन स्कोरर भी रहे। इसके बाद विकेटकीपिंग में भी उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी और पूरे 19 ओवर तक अपना भरपूर योगदान दिया।
मैच के 39 में से 37 ओवर तक आईसीयू से लौटे मोहम्मद रिजवान ने मैदान पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कोई ये कहे नहीं सकता था कि वे इस कदर बीमार थे। दुर्भाग्यवश उनकी टीम सेमीफाइनल मुकाबला नहीं जीत सकी लेकिन रिजवान के इस जज्बे ने दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का दिल जरूर जीता लिया है।