भारतीय प्रशंसकों ने मांकडिंग के लिए महिला क्रिकेटर दीप्ति शर्मा की आलोचना करने के लिए पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद आसिफ पर निशआना साधा और उन्हें स्पॉट फिक्सिंग की याद दिलाई। साल 2010 में पाकिस्तान का यह पूर्व गेंदबाज मैच फिक्सिंग करने के बाद जेल गया था और उसपर 7 साल का बैन भी लगा था। लॉर्ड्स में तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड के चार्लोट डीन को ‘मांकडिंग’ करने के बाद दीप्ति की काफी आलोचना हुई है। हालांकि, उन्हें समर्थन भी मिला है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने भी इसे सही ठहराया है।

आसिफ ने ट्वीट करके दीप्ति को चीटर बताया तो लोगों ने उनकी क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि वह इतनी हिम्मत कहां से लेकर आए। पेसर ने दीप्ति और डीन की एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, “हम स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि गेंद फेंकने का कोई इरादा नहीं था, वह नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को चीट करने के लिए उसकी ओर देख रही है। यह अनुचित और खेल भावना के विपरीत है।”

प्रशंसकों ने दिलाई फिक्सिंग की याद

आसिफ के ट्वीट के बाद भारतीय प्रशंसकों ने उन्हें याद दिलाने शुरू किया कि वह स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे और इसके लिए उनपर प्रतिबंध लगाया गया था। अगस्त 2010 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के मामले में आईसीसी ने तब पाकिस्तान टीम के कप्तान सलमान बट और दो तेज गेंदबाज आसिफ और मोहम्मद आमिर पर प्रतिबंध लगा दिया था।

फिर पाकिस्तान के लिए नहींं खेले बट और आसिफ

आसिफ की तरह बट को फिर से पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने का मौका फिर नहीं मिला, लेकिन उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति दी गई थी। वहीं आमिर को फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला। वह 2017 चैंपियंस ट्रॉफी और 2019 वनडे वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में पाकिस्तानी टीम का हिस्सा रहे। जब यह कांड हुआ था तब आमिर की उम्र काफी कम थी।

हार से बौखलाए अंग्रेज

हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम ने इंग्लैंड का 3 मैचों की वनडे सीरीज में सूपड़ा साफ किया। लॉर्ड्स में दिग्गज झूलन गोस्वामी ने अपना आखिरी टी20 मैच खेला। दीप्ति के चार्लोट डीन को नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने से स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन जैसे इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी बौखला गए और उन्होंने नैतिकता की बात शुरू कर दी, जबकि एमसीसी ने भी टीम इंडिया का समर्थन किया और कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं था। बता दें कि मांकडिंग 1 अक्टूबर से रन आउट ही माना जाएगा।