टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में रजत पदक जीतने वाली भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह उन ट्रक ड्राइवर्स को सम्मानित करते हुए दिख रही हैं, जिन्होंने ट्रेनिंग के समय उनकी मदद की थी। वीडियो में देखकर महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने मीराबाई चानू की बहुत तारीफ की है। उन्होंने इस संबंध में एक ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने मीराबाई का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो भी अटैच किया।

महिलाओं के 49 किलोग्राम भार वर्ग में 202 किलो (87 किलो स्नैच और 115 किलो क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत को पहला पदक दिलाया था। स्वदेश लौटने के बाद एक ओर उनके सम्मान में कार्यक्रम किए जा रहे हैं। उन पर पुरस्कारों की बौछार हो रही है। दूसरी ओर मीराबाई चानू उन लोगों का शुक्रिया अदा कर रही हैं, जो उनके इस मुकाम तक पहुंचने में किसी ना किसी मोड़ पर मददगार रहे थे। मीराबाई ने टोक्यो से वतन वापसी पर बताया था कि ट्रेनिंग के दौरान कुछ ट्रक ड्राइवर्स उन्हें 25 किमी दूर स्थित ट्रेनिंग कैंप तक ले जाने में मदद करते थे। मीराबाई ने बताया था, उनके घर से इंफाल स्थित ट्रेनिंग सेंटर 25 किलोमीटर दूर है। ऐसे में कुछ ट्रक ड्राइवर्स उन्हें वहां तक मुफ्त में पहुंचाते थे। इससे उनकी आर्थिक तौर पर मदद होती थी।

यही वजह रही कि मणिपुर स्थित अपने गांव लौटने पर उन्होंने उन ट्रक ड्राइवर्स से मिलने की इच्छा जताई, जिन्होंने उनकी मदद की थी। 26 साल की मीराबाई चानू की यह इच्छा पूरी हो गई। उन्हें वे ड्राइवर्स मिल गए। मीराबाई ने गुरुवार को उन ड्राइवर्स को सम्मानित किया और गिफ्ट भी दिए। उन्होंने सभी ट्रक ड्राइवर्स और सहायकों को एक शर्ट, एक मणिपुरी दुपट्टा देने के साथ भोजन कराया। ट्रक ड्राइवर्स से मिलने के दौरान वह भावुक हो गईं। वीडियो में वह ट्रक ड्राइवर्स को सम्मानित करने के बाद उनके पैर भी छूते नजर आ रही हैं।

उनके इस वीडियो पर आनंद महिंद्रा ने ट्वीट के जरिए कमेंट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जहां तक मेरा सवाल है, मीराबाई चानू का यह भाव उन्हें गोल्ड मेडलिस्ट बनाता है। उन्हें चरण स्पर्श करते देख मेरी आंखें नम हो गईं। हमारे देश के सबसे खूबसूरत भावों में से एक…।’ उनके इस ट्वीट पर बहुत से लोगों ने रिट्वीट किया है। उन्होंने मीराबाई के इस कदम की बहुत तारीफ की है। कुछ लोगों ने सरकार को भी निशाने पर लिया है।

@guptaak1960 ने लिखा, ‘किसी का आभार मानना और उसको व्यक्त करना आज के जमाने में बहुत दुर्लभ है। मीराबाई का यह व्यवहार वास्तव में तारीफ योग्य है। अकेली लड़की के लिए अनजान ट्रक वालों से लिफ्ट लेना उसको बहुत मुश्किल में डाल सकता था। यह उसकी किस्मत थी कि सब सज्जन ट्रक ड्राइवर मिले। वे सब सम्मान योग्य हैं।’

@Pradeep02117593 ने लिखा, ‘मीराबाई चानू की तरह ही अक्सर कई महान कार्य करने वाले लोग गरीबी और विपत्तियों से ही गुजरकर आते हैं। एक प्रसिद्ध कविता है कि फूल कांटों में खिला था सेज पर मुरझा गया। आपसे निवेदन है कि मीराबाई चानू को भी महिंद्रा कंपनी की एक गाड़ी गिफ्ट में दे दीजिए।’

@pravin20254 ने लिखा, ‘काश हमारा सरकारी तंत्र आज भी थोथा चना बाजे घना बना ना रहता और ऐसे तमाम संसाधन हीन उदीयमान खिलाड़ियों की समय पर मदद करता, तो आज पदकों के अंबार लग जाते। मोदीजी से निवेदन है, इस संबंध मे खेलमंत्री से लेकर संबंधित स्थानीय अधिकारी तक से स्पष्टीकरण मांगे, और कठोर कार्रवाई प्रस्तावित करें।’ @tejinderbhatti ने लिखा, ‘…तब राज्य कहां था? लेकिन नेता सारी महिमा ले लेंगे।’