फिलिप ह्यूज की दुखद मौत से टूट चुके ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट कप्तान माइकल क्लार्क ने आज इस बल्लेबाज को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह दिवंगत बल्लेबाज उनके लिए छोटे भाई की तरह था जिसने उन्हें बेहतर इंसान बनने में मदद की। क्लार्क ने अपने करीबी मित्र को श्रद्धांजलि दी जिसकी अगर इस हफ्ते की शुरुआत में सिर में बाउंसर लगने के कारण मौत नहीं होती तो आज वह 26 बरस का हो जाता।

क्लार्क ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ में लिखा है, ‘‘मेरा कोई सगा भाई नहीं है लेकिन मुझे फिलिप को अपना भाई कहने में गर्व महसूस होता है। मैं उससे मिलकर बेहतर इंसान बना।’’

इस दुखद घटना के कारण भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के पहले टेस्ट को स्थगित किया गया है। मैच चार दिसंबर को शुरू होना था लेकिन ह्यूज की मौत पर शोक मनाने और तीन दिसंबर को उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया है।

ह्यूज के शानदार व्यक्तित्व को याद करते हुए क्लार्क ने कहा कि यह युवा खिलाड़ी आसानी से घुल मिल जाता था और वह उनके भाई के समान था। क्लार्क ने कहा, ‘‘वह दिल से एक आम इंसान था। वह अपने काम को लेकर ईमानदार था और उसके लिए उसका काम सर्वोच्च था। यह कहना आसान है कि उसे यह गुण कहां से मिले थे। उसके परिजन जमीन से जुड़े हुए ऑस्ट्रेलियाई हैं जो पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई घटनाओं से काफी गरिमा और शिष्टता के साथ निपटे जिसकी मैं तारीफ करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके साथ हूं और उन्हें पूरे आस्ट्रेलियाई क्रिकेट परिवार का समर्थन है जब भी और जहां भी उन्हें इसकी जरूरत हो।’’
क्लार्क ने ह्यूज को काफी जज्बे वाला इंसान करार दिया जिसने टीम से बाहर किए जाने पर कभी बुरा नहीं माना और इसे अपने दिल से नहीं लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘फिलिप का स्वभाव उसके बारे में काफी महत्वपूर्ण चीजें बताता था। यह मानसिक रूप से काफी मजबूत था। उसकी यह मानसिक मजबूती उसकी बल्लेबाजी में भी झलकती थी।’’

क्लार्क ने कहा, ‘‘फिलिप को हमारे से काफी जल्दी छीन लिया गया लेकिन जीवन के प्रति उसका रवैया, मैदान और मैदान के बाहर उसकी उपलब्धि और जीवन में उसके द्वारा बनाए गए सैकड़ों मित्र सभी दर्शाते हैं कि उसका जीवन काफी व्यस्त रहा था। उसके करियर और जीवन का उसके शीर्ष समय पर खत्म हो जाना दुखद है।’’