आयरलैंड के लिए क्रिकेट और फुटबॉल खेलने वाली मैरी वाल्ड्रॉन अब अपने देश में लिस्ट ए मैचों में अंपायरिंग भी करने जा रही हैं। मैरी आयरलैंड में लिस्ट ए मैचों के लिए अंपायरिंग करने वाली पहली महिला बन गई हैं। मैरी फुटबॉल और क्रिकेट दोनों ही खेलती हैं, लेकिन अंपायरिंग में भी उनकी खासी दिलचस्पी है। मैरी का कहना है कि अंपायरिंग में उनकी दिलचस्पी उस वक्त हुई जब वह तस्मानिया में क्रिकेट का पहला सेशन खेल रही थीं। आईसीसी के मुताबिक मैरी वाल्ड्रॉन ने अंपायरिंग में बढ़ती दिलचस्पी को लेकर एक इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी।

ऐसा नहीं है कि मैरी पहली बार अंपायरिंग करने जा रही हैं, बल्कि इससे पहले भी वह अंपायरिंग कर चुकी हैं। ऑस्ट्रेलियाई पुरुषों के प्रीमियर क्रिकेट मैच में भी मैरी ने अंपायरिंग की थी। वह 40 साल बाद ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं थीं। मैरी ने हाल ही में बताया था कि एक अंपायर के तौर पर वह अच्छे खेल में आने वाले चैलेंज को काफी एन्जॉय करती हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में अंपायरिंग को लेकर कहा, ‘आप कभी भी इसे परफेक्ट नहीं कर सकते, लेकिन मैं इस चुनौती को पसंद करती हूं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं इसे अपना करियर बनाना चाहती हूं। यह एक ऐसा प्रोफेशन है जिसे लेकर एक महिला होने के नाते आप यह नहीं कह सकते हो कि यह आपका करियर होगा। यह लगातार ही विकसित होता जा रहा है और इसमें महिलाओं को ज्यादा अवसर दिए जा सकते हैं। मैं इसे अपना करियर बनाना चाहती हूं और यह ऐसी चीज है जिसमें मैं आगे जाना चाहती हूं।’

वाल्ड्रॉन का यह भी कहना है कि अंपायरिंग करने के बाद क्रिकेट को देखने का उनका नजरिया भी थोड़ा परिवर्तित हुआ है। उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा महसूस होता है कि अंपायरिंग ने मेरे खेल में मेरी मदद की है। मैं आजकल बहुत ज्यादा क्रिकेट देख रही हूं। मैं देखती हूं कि जब कोई बल्लेबाज अच्छा शॉट नहीं खेल पाता है तो वह परेशान हो जाता ह। मैं देखती हूं कि कई बार की दिग्गज खिलाड़ी भी हर गेंद पर अच्छे शॉट नहीं खेल पाते हैं। इसलिए अंपायरिंग ने बल्लेबाजी को लेकर मेरे माइंडसेट को थोड़ा बदला है। मैं ऐसा सोचती हूं कि इसने मेरे खेल को अच्छा बनाया है।’