चेक गणराज्य की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी मार्केटा वोंड्रोसुवा ने विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में महिला सिंगल्स का खिताब जीत लिया है। 24 साल की वोंड्रोसुवा ने शनिवार को महिला सिंगल्स के फाइनल में ट्यूनिशिया की ओन्स जाबेउर को सीधे सेटों में हरा दिया। बता दें कि ओन्स जाबेउर पिछले साल की रनरअप थीं और खिताब से चूक गई थीं।

वोंड्रोसुवा ने पिछले साल की रनरअप को हराया

मार्केटा वोंड्रोसुवा सबसे कम रैंकिंग की और पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बनी हैं, जिन्होंने विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया है। वोंड्रोसुवा ने दोनों सेट में पिछड़ने के बाद जबरदस्त वापसी की और जाबेउर को 6-4, 6-4 से हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीत लिया।

टूर्नामेंट के आगाज के वक्त दावेदारी नहीं थी मजबूत

मार्केटा वोंड्रोसुवा ने इससे पहले साल 2019 में भी फ्रेंच ओपन के फाइनल में अपनी जगह बनाई थी, लेकिन वह खिताब नहीं जीत पाई थीं। इस बार इस स्टार खिलाड़ी ने दमदार खेल दिखाया। बता दें कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उनकी दावेदारी इतनी मजबूत नहीं थी। वह खिताब जीतने के लक्ष्य के साथ ऑल इंग्लैंड क्लब में नहीं आई थी। उनकी बायीं कलाई का ऑपरेशन हुआ था और इसलिए वह अपनी बहन के साथ लंदन घूमने के उद्देश्य से विंबलडन में खेलने के लिए आ गई।

इस ऐतिहासिक जीत के बाद वोंड्रोसुवा ने कहा,‘‘ मैं वास्तव में नहीं जानती कि अभी क्या हो रहा है। यह शानदार एहसास है। मैं जिस दौर से गुजरी उसे देखते हुए यह वास्तव में शानदार है कि मैं यहां खड़ी हूं और मेरे हाथ में ट्रॉफी है।’’

बाएं हाथ से खेलने वाली वोंड्रोसुवा की विश्व रैंकिंग 42 है और वह पिछले 60 वर्षों में विंबलडन में फाइनल में खेलने वाली पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बनी थी। उनसे पहले यहां 1963 में फाइनल में पहुंचने वाली आखिरी गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बिली जीन किंग थी जो वेल्स की राजकुमारी केट के साथ रॉयल बॉक्स में उपस्थित थी।