भारत के लिए पेरिस ओलंपिक में दो-दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर को इस साल खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामित नहीं किया गया है। अवॉर्ड के लिए 12 सदस्यीय कमेटी ने नामित खिलाड़ियों की लिस्ट खेल मंत्रालय को सौंपी है। इसमें मनु भाकर का नाम मौजूद नहीं है।

खेल अवॉर्ड कमेटी के अध्यक्ष रिटायर जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम हैं। इस कमेटी ने पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह औऱ पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को सर्वोच्च खेल पुरुस्कार ध्यानचंद खेल रत्न के लिए नामित किया है। हरमनप्रीत सिंह पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली टीम के कप्तान थे वहीं प्रवीण ने पेरालंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मनु भाकर ने इस अवॉर्ड के लिए नाम नहीं भेजा था। वहीं नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी शूटिंग फेडरेसन ने भी इस खिलाड़ी का नाम नहीं दिया। इसी कारण मनु को नामित नहीं किया गया है।

मनु भाकर के पिता ने मीडिया रिपोर्ट्स को गलत ठहराया है। उनका कहना है कि मनु का नाम अवॉर्ड के लिए दिया गया है। उन्होंने कहा ,‘‘ भारत में ओलंपिक खेलों की कोई अहमियत नहीं है क्योंकि दो ओलंपिक पदक जीतने के बावजूद मनु की खेलरत्न पुरस्कार के लिये उपेक्षा की गई । देश के लिये खेलने और पदक जीतने का क्या फायदा जब सम्मान के लिये हाथ फैलाने पड़ें । वह पिछले दो तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिये आवेदन कर रही है और मैं इसका गवाह हूं । इसमें खेलरत्न, पद्मभी और पद्मभूषण सम्मान शामिल है ।’’

वहीं एनआएएआई के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘अवॉर्ड के लिए नाम भेजना खिलाड़ी की जिम्मेदारी है। हमने देखा कि उसका नाम नहीं था। हमने खेल मंत्रालय से अपील की है कि मनु का नाम खेल रत्न के लिए नामित किया गया।’ मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा ,‘‘ अभी अंतिम सूची तय नहीं हुई है । खेलमंत्री मनसुख मांडविया एक या दो दिन में अनुशंसा पर फैसला लेंगे और अंतिम सूची में मनु का नाम होने की पूरी संभावना है ।’’