एड-टेक (एजुकेशन-टेक्नोलॉजी) कंपनी BYJU’S (बाईजूस) ने शुक्रवार 4 नवंबर 2022 को स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी को अपनी सोशल इम्पैक्ट आर्म- ‘एजुकेशन फॉर ऑल (Education for All)’ का ब्रांड एंबेसडर बनाने का ऐलान किया। कंपनी ने कुछ दिन पहले ही मुनाफा कमाने का हवाला देते हुए छंटनी करने का फैसला लेने के लिए अपने कर्मचारियों से माफी मांगी थी।
बाईजूस के संस्थापक और चीफ एग्जीक्यूटिव (मुख्य कार्यकारी) बाइजू रविंद्रन ने इस संबंध में कंपनी के कर्मचारियों को एक ईमेल लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि मुनाफा कमाने के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। कुछ चीजों ने हमारे संगठन में कुछ दोहराव पैदा किए हैं। उन्हें पहचानकर ठीक करने की आवश्यकता है, इसलिए कंपनी 5 प्रतिशत यानी 2500 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है।
पेरिस सेंट-जर्मेन के लिए खेलने वाले और अर्जेंटीना की फुटबॉल टीम की कप्तानी करने वाले लियोनेल मेसी ने सभी के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए BYJU’S के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। बाईजूस (BYJU’S) की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने 4 नवंबर 2022 को कहा, ‘हम अपने वैश्विक दूत (ग्लोबल एंबेसडर) के रूप में लियोनेल मेसी के साथ मिलकर करने को लेकर उत्साहित हैं। वह वन-इन-ए-जनरेशन टैलेंट (प्रतिभा) हैं। वह जमीनी स्तर से उठकर अब तक के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक बने हैं।’
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक लियोनेल मेसी के साथ यह जुड़ाव BYJU’S (बाईजूस) की बढ़ती वैश्विक लोकप्रियता और शिक्षा को सभी के लिए सुलभ, न्यायसंगत और सस्ती बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
बाईजूस ने अभी नहीं किया रकम का खुलासा
अभी कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि लियोनेल मेसी को ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए उसे कितनी कीमत अदा करने पड़ी है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब बाईजूस ने प्रमोशन और ब्रांड एंबेसडर को लेकर बड़ा कदम उठाया है। साल 2017 में उसने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को ब्रांड एंबेसडर बनाया था। साल 2019 में बाईजूस भारतीय क्रिकेट टीम का लीड स्पॉन्सर बना था। उसने 2017 से 2022 तक 1,079 करोड़ रुपए का करार किया था।
मेसी में बचपन से ही थी फुटबॉल के प्रति दीवानगी
लियोनेल मेसी का जन्म अर्जेंटीना के रोसारियो में 24 जून 1987 को हुआ था। वह महज 6 साल की उम्र में ही फुटबॉल लेकर सड़क पर 15-20 मिनट तक बिना रुके जगलिंग करते (दोनों पैरों से) थे। इतने छोटे बच्चे को ऐसा करते देख लोग उन्हें इनाम में पैसे दिया करते थे।