भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में आस्ट्रेलिया के साथ जारी दूसरे वनडे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने सलामी बल्लेबाजों के विकेट खो दिए हैं। रोहित शर्मा (7) के सस्ते में आउट होने के बाद हालांकि कप्तान कोहली ने रहाणे (55) के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी जरूर की, जिसके दम पर भारत संभला। फिलहाल भारत ने अपने 6 विकेट गंवा दिए हैं। वहीं विराट कोहली 107 गेंदों में 92 रन बनाकर आउट हुए। आलम ये रहा कि टीम इंडिया 50 ओवर में महज 252 रन ही बना सकी।

पांच वनडे मैचों की इस सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त बना रखी है।ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ अपना 100वां वनडे मैच खेलने मैदान पर उतरे हैं। इस मैच के लिए भारत के अंतिम एकादश में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं हुआ है। आस्ट्रेलिया ने अपने अंतिम एकादश में दो बदलाव किए हैं। जेम्स फॉल्कनर और एडम जाम्पा के स्थान पर टीम में केन रिचर्डसन और एस्टन एगर को शामिल किया गया है।

ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत के कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की नई स्पिन जोड़ी को खेलने में काफी मुश्किल हुई और मेजबान भी यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि सीरीज के आगे बढ़ने के दौरान भी इसमें कोई ढिलाई नहीं आए। जहां अगर भारत के प्रदर्शन पर नजर डालें तो टीम इंडिया हावी रही है। भारत ने यहां 21 मैच खेले हैं, जिनमें से उसे 11 में जीत हासिल हुई है और 8 में हार। हालांकि इनके अलावा श्रीलंका (8 फरवरी 2007) और वेस्टइंडीज (20 अक्टूबर 2014) के बीच खेले गए मैच बेनतीजा रहे थे।

यादव की गेंद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिये रहस्यमयी साबित हो रही है और उन्हें चहल की स्लाइडर को भी समझने में परेशानी हो रही है। मेहमान खिलाड़ी स्थानीय स्पिनरों की मदद लेते हुए भी दिखाई दिए ताकि भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना कर सकें। केरल के केके जियास ने चेन्नई वनडे से पहले और यहां स्थानीय क्लब के दो गेंदबाजों आशुतोष शिवराम और रूपक गुहा ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को स्पिनरों से निपटने का कुछ अभ्यास कराया।

मैच दोपहर 1 बजे से Star Sports 1,  Star Sports 3, Star Sports 1 HD, Star Sports 3 HD और दूरदर्शन पर देखा जा सकता हैं।

बता दें कि बारिश से प्रभावित पहले वनडे में 21 ओवरों में 164 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 35 रन में चार विकेट गंवा दिये थे, इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार शाट लगाकर उम्मीद तो जगायी। लेकिन चहल और यादव ने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन करते हुए डकवर्थ लुईस पद्धति से भारत को 26 रन से जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिये सबसे बड़ा खतरा हार्दिक पांड्या के रूप में हैं जिन्होंने भारत को छह विकेट पर 76 रन के स्कोर से सात विकेट पर 281 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।

पांड्या ने एक बार फिर छक्कों की हैट्रिक (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 4 बार) लगाते हुए महेंद्र सिंह धोनी (88 गेंद में 79 रन) के साथ 118 रन की मैच का रूख बदलने वाली साझेदारी के दौरान 66 गेंद में 83 रन की पारी खेली।

आईपीएल 2015 के बाद से पांड्या का चढ़ाव शानदार रहा है। वह बेपरवाह हिटर से अब खिलाड़ी के तौर पर परिपक्व बनते जा रहे हैं। इसके साथ ही वह भारत के लिये मध्यम गति की गेंदबाजी करने वाले उपयोगी आल राउंडर के रूप में भी सामने आ रहे हैं जिसे भारत लंबे समय से खोज रहा था।