भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग हमेशा से ही अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं, ऐसा कहा जाता है कि सहवाग की बल्लेबाजी को लेकर हर किसी के मन में हमेशा डर बना रहता था। इसकी वजह उनकी गैरजिम्मेदाराना बल्लेबाजी थी, जिस कारण एक बार पूर्व भारतीय कोच जॉन राइट इतने गुस्सा हो गए थे कि उन्होंने सहवाग का कॉलर पकड़कर उन्हें सरेआम बेइज्जत तक कर दिया था। जॉन राइट के इस व्यवहार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में भूचाल सा आ गया था।
दरअसल, 2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी में जॉन राइट भारतीय टीम के नए कोच बने थे और वह भारतीय क्रिकेटरों के प्रदर्शन को निखारने की भरपूर कोशिश कर रहे थे और उन्हें अच्छी सफलता भी मिल रही थी। लेकिन जॉन राइट सहवाग के खेल को लेकर थोड़ा निराश रहते थे। हालांकि सहवाग उस समय अच्छे फॉर्म में थे और रन बना रहे थे, लेकिन कई बार बेकार शॉट खेलकर आउट हो जाते थे। उनकी इस आदत से राइट इतने खफा हो गये कि सहवाग की कॉलर पकड़ ली और भड़क गये। उस दौरान मीडिया में आई खबरों के मुताबिक राइट के कॉलर पकड़ने के कारण सहवाग बेहद दुखी हो गए थे और वे सुबक-सुबक कर रोने लगे थे।
जब गांगुली को इस बात का पता चला तो वे सहवाग के पक्ष में आकर खड़े हो गए और राइट से सहवाग को माफी मांगने के लिए कहा लेकिन इसी बीच सचिन ने गांगुली को समझाते हुए कहा कि अगर राइट को टीम के खिलाड़ियों के आगे माफी मांगनी पड़ेगी तो इससे उनकी अथॉरिटी में असर पड़ेगा।
बता दें कि सहवाग ने 251 वनडे मैचों में 15 शतक और 38 अर्धशतक के साथ 8273 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 219 रन की पारी भी खेली थी। वहीं बात अगर टेस्ट क्रिकेट की करें तो वह 104 मैचों में दो बार तिहरा शतक जड़ते हुए 8586 रन बना चुके हैं। वनडे में उनका स्ट्राइक रेट 104.33, जबकि टेस्ट फॉर्मेट में 82.33 रहा है। वीरेंद्र सहवाग ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था।
