इंग्लैंड दौरे के लिए इंडियन वुमेंस क्रिकेट टीम का चयन हो गया है। टीम में किरण प्रभु नवगीरे नया चेहरा हैं। महाराष्ट्र के सोलापुर की रहने वाली 27 वर्षीय खिलाड़ी नागालैंड से घरेलू क्रिकेट खेलती हैं। पिछले सीजन में सीनियर महिला टी20 टूर्नामेंट में 525 रन बनाकर सुर्खियों में आने वाली किरण अपने यूनिवर्सिटी के दिनों में ट्रैक एंड फील्ड में थीं। उन्होंने अलग-अलग एथलेटिक्स स्पार्धाओं में 100 से ज्यादा मेडल जीते। साल 2011-12 में उन्होंने जैवलीन में गोल्ड जीता था। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को वह पसंद करती थीं।
साल 2016 में 22 साल की उम्र में किरण को क्रिकेट में अपनी क्षमता का एहसास हुआ। अब पांच साल बाद, उन्हें अगले महीने इंग्लैंड के महिला दौरे के लिए टी20ई टीम में मौका मिला। उनके कोच गुलजार शेख ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया “वह पुणे में आजम स्पोर्ट्स अकादमी में एक विश्वविद्यालय का मैच खेल रही थीं। मैंने उन्हें छक्के लगाते देखा। उनकी पावर-हिटिंग ने मुझे चकित कर दिया। मैं और हमारे अध्यक्ष डॉ पीए इनामदार मैच के बाद उनके पास गए और उनसे पूछा कि वह किस क्लब में ट्रेनिंग ले रही हैं।”
किरण के जवाब से इनामदार और शेख हतप्रभ रह गए। उन्होंने जवाब दिया था, “कोई क्लब नहीं है सर,फन के लिए खेलती हूं। मुझे एथलेटिक्स में कुछ करना है, वैसे भी क्रिकेट काफी महंगा खेल है।” कोच ने आगे बताया, “किरण की बात सुनकर मैंने इनामदार साहब की तरफ देखा और हम दोनों ने एक बात कही ‘इसको खुद के पोटेंसियल का नहीं मालूम।”
माता-पिता किसान हैं
किरण क्रिकेट को गंभीरता से लेने के लिए तब राजी हुईं जब इनामदार और शेख ने उन्हें बताया कि उन्हें एक भी पैसा नहीं देना होगा। शेख ने कहा, “वह एक बहुत ही साधारण परिवार से आती हैं। सोलापुर में उनके माता-पिता किसान हैं। हमने उनसे कहा कि सबकुछ ध्यान रखा जाएगा। आप अभी आएं और हमारी अकादमी में क्रिकेट खेलें।”
नागालैंड के लिए खेलने के फैसले ने बदल दिया जीवन
2016-17 में किरण ने पुणे जिला क्रिकेट संघ की ओर से आयोजित एक वार्षिक टूर्नामेंट में पांच मैचों में 429 रन बनाए। 2017 में उन्हें महाराष्ट्र टीम के लिए चुना गया, लेकिन जल्द ही उन्होंने नागालैंड का रुख किया। उनके लिए यह जीवन बदलने वाला निर्णय साबित हुआ। 2022 में सीनियर महिला टी 20 ट्रॉफी वह टूर्नामेंट में 525 रन के साथ शीर्ष स्कोरर थीं।
अकेले अपने दम पर नागालैंड को क्वार्टर फाइनल में ले गईं
अरुणाचल के खिलाफ किरण ने 76 गेंदों में से 162 बनाए थे। उनके अलावा महिला ही नहीं भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के भी किसी खिलाड़ी ने एक टी20 मैच में 150 से अधिक का स्कोर नहीं बनाया है। किरण के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ियों में यास्तिका भाटिया (325 रन) और शैफाली वर्मा (303 रन) थे। किरण अकेले अपने दम पर नागालैंड को क्वार्टर फाइनल में ले गईं, जहां उन्होंने केरल के खिलाफ 56 रन बनाए। यह उनका चौथा अर्धशतक था, लेकिन टीम हार गई।
महिला टी20 चैलेंज में धमाकेदार प्रदर्शन
किरण को छक्के मारने के कौशल ने उन्हें महिला टी20 चैलेंज में वेलोसिटी टीम से खेलने का मौका मिला। उन्होंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंदों में 69 रनों की पारी खेली, जिसमें पांच छक्के और पांच चौके शामिल थे। किरण ने बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सलमा खातून के खिलाफ डीप मिडविकेट पर छक्का जड़कर अपनी पारी की शुरुआत की थी।
किरण नेचुरल पावर-हिटर हैं
शेख ने कहा, “किरण एक नेचुरल पावर-हिटर हैं। मुझे इसका सही कारण नहीं पता, लेकिन उन्होंने एक बार मुझसे कहा था कि उन्हें यह ताकत बचपन में अपने परिवार को खेत में मदद करने और विभिन्न खेल खेलने से मिली है। वह शॉटपुट और जैवलिन थ्रो भी करती थीं, शायद यही उनकी पावर-हिटिंग का राज है। वह एमएस धोनी की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। 2011 विश्व कप के फाइनल में धोनी ने जिस तरह से छक्का जड़ा था, वह हर दिन नेट्स पर उसी तरह शॉट खेलने की कोशिश करती हैं।”
